भूख मिटाने के लिए कचरे से उठाई रोटी को धोकर खाता शख्स, वीडियो हुआ वायरल दरअसल क्लाइमेट चेंज (global warming) की वजह से ध्रुवीय क्षेत्रों में पर्यावरण बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। माना जा रहा है इससे ध्रुवीय भालूओं के स्वभाव में भी बदलाव हो रहा है। चूंकि भालुओं के आवासों को पूरी तरह नष्ट कर दिया है। साथ ही उन्हें खाने के लिए पर्याप्त भोजन नहीं मिल रहा है, ऐसे में वे खुद के ही बच्चों को मारकर खाने को मजबूर हो गए हैं।
इंसान पर्यावरण का शोषण (environment exploitation) इतना ज्यादा कर रहे हैं, कि ग्लोबल वॉर्मिंग बढ़ती जा रही है। इससे आर्कटिक के तापमान में भी इजाफा हुआ है। जिसके चलते बर्फ पिघल रही है। चूंकि पोलर बियर बर्फ में ही रहते हैं ऐसे में इसका पिघलना खतरने की निशानी है। शोधकर्ताओं का कहना है, ‘ध्रुवीय भालू में इस तरह का बर्ताव भोजन में कमी के कारण हो रहा है। ऐसे में वे खुद को जिंदा रखने के लिए मादा और शिशु भालू पर हमला कर रहे हैं क्योंकि उनका शिकार करना आसान है।’