बंदरिया की ममता देख लोगों की आंखें हुई नम, अनाथ पपी को ऐसे दिया सहारा कबूतर की बीट से एक्यूट हाइपर सेंसिटिविटी न्यूमोनाइटिस नामक बीमारी होती है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के डॉक्टरों का कहना है कि ये बीमारी इतनी घातक होती है कि फेफड़ों के अलावा हार्ट अटैक तक मरीज को ला सकती है। इससे लिवर और किडनी भी प्रभावित हो सकते हैं।
दिल्ली के शालीमार बाग स्थित स्कूल से सेवानिवृत्त प्राचार्य सुंदर स्वरूप सिंघल ने बताया कि उनकी पत्नी करीब एक वर्ष इस बीमारी से पीड़ित रहीं। उन्हें कई अस्पताल में दिखाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बच पाई। डॉक्टरों के मुताबिक कबूतर की बीट के सूखने से बैक्टीरिया तेजी से फैलता है, जो सांस के जरिये इंसानों के फेफड़ों को प्रभावित करता है। ज्यादा लंबे समय तक उपचार न मिलने से उक्त व्यक्ति को हार्ट अटैक भी आ सकता है। इस रोग से पीड़ित व्यक्ति को शरीर में कमजोरी, सूखी खांसी, हल्का बुखार, पेट दर्द और जोड़ों में दर्द आदि भी होता है।