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परवीन का जन्म 4 अप्रैल 1949 को सौराष्ट्र के जूनागढ़ के एक मिडिल क्लास मुस्लिम परिवार में जन्म हुआ। परवीन ने अहमदाबाद के सेंट जेवियर्स कॉलेज से अंग्रेजी साहित्य में बीए किया था और उन दिनों वो मॉडलिंग भी करती थीं। दूसरी तरफ उन दिनों बीआर इशारा को एक नई अभिनेत्री की तलाश थी। वहीं एक दिन जब परवीन सिगरेट पी रही थी, तो बीआर की नजर उन पर पड़ी। फिर क्या था उन्होंने क्रिकेटर सलीम दुर्रानी के साथ साल 1973 में फिल्म ‘चरित्र’ में परवीन को मौका दिया। भले ही फिल्म फ्लॉप रही, लेकिन परवीन का जादू चल चुका था। परवीन को कामयाबी अमिताभ बच्चन की फिल्म मजबूर से मिली। 15 साल का करियर और लगभग 50 फिल्मों में परवीन ने काम किया। इसमें से अकेले 12 अमिताभ के साथ थी। उस दौर की परवीन सबसे महंगी अभिनेत्री भी थी।
महेश भट्ट ( Mahesh Bhatt ) ने एक इंटरव्यू में बताया था कि परवीन की एक शर्त की वजह से वे नाराज होकर बेडरूम से बाहर चले गए थे। बकौल महेश, “मुझे याद है कि यह वही बेडरूम था, जिसमें हम रिटायर होने वाले थे। आप इसे दिखावा कह सकते हैं, लेकिन यह सच है कि वह (परवीन) संबंध बनाना चाहती थी। हम एक-दूसरे के करीब आए। तभी परवीन ने कहा- ‘महेश या तो मैं या फिर यू.जी.?’ मैं सन्न था और उसे घूरे जा रहा था। उसने भी मुझे घूरा। मैंने जवाब नहीं दिया, लेकिन वह सब समझ गई। उसकी आंखों से आंसू बह निकले। इसके बाद मैंने कपड़े पहन लिए। उसने कहा, ‘एसी बंद कर दो, बहुत ठंड हो रही है।’ कमरे में चुप्पी थी। बाहर बारिश हो रही थी। मैं चुपचाप कमरे से बाहर निकल गया। उसने मेरा नाम पुकारकर आवाज दी। लेकिन मैंने पलटकर नहीं देखा। मैंने लिफ्ट का इंतजार भी नहीं किया और सीढ़ियों से ही चल दिया। मैंने सीढ़ियों से उसके दौड़ने की आवाज सुनी। मैं वापस लौटकर उससे कहना चाहता था कि देखो तुम इस स्थिति में (बिना कपड़ों के) बाहर नहीं आ सकतीं। लेकिन मैं बिना परवाह किए बारिश में आगे बढ़ गया। इस घटना के कुछ समय बाद 1980 में महेश और परवीन का ब्रेकअप हो गया।
परवीन बाबी तीन लोगों के साथ रिश्ते में रहीं। महेश भट्ट, कबीर बेदी और डैनी। महेश भट्ट अपनी पत्नी और बेटी पूजा भट्ट को छोड़कर परवीन बाबी के साथ रहने लगे थे। ये वो दौर था जब परवीन चोटी की स्टार थीं और महेश भट्ट एक फ्लॉप फिल्ममेकर। इसी रिश्ते के साथ परवीन को एक मानसिक बीमारी ने घेर लिया जिसे महेश भट्ट ने अपने कई इंटरव्यू में पैरानायड स्कित्जोफ्रेनिया बताया। यही नहीं परवीन ने अमिताभ बच्चन समेत तमाम बड़ी हस्तियों पर उनकी हत्या का शक जताते हुए केस तर दर्ज करवाया था। यही नहीं एक दिन तो वो महेश भट्टके पीछे बिना कपड़ों के भागने लगीं थीं। लेकिन कहते हैं न कि इंसान आखिरी दिनों में लगभग अकेला पड़ जाता है। ऐसा ही परवीन बाबी के साथ भी हुआ। 56 की उम्र में वो उठ भी नहीं पाती थी और 20 जनवरी 2005 को अकेले घर में परवीन ने दम तोड़ दिया। आलम ये था कि 3 दिनों तक लाश बेड पर ही सड़ती रही। वहीं जब दरवाजे पर रखा ब्रेड-दूध नहीं हटा तो किसी ने पुलिस को खबर दी और तब जाकर दुनिया को पता चला कि परवीन बाबी अब इस दुनिया में नहीं रही।