दरअसल,दिलीप बारिक ओडिशा के राउरकेला के रहने वाले हैं। उन्हें वॉट्सएप के जरिए पता चला की ब्रह्मपुर की सबिता को अरजेंट खून की जरूरत थी और उनका ब्लड ग्रुप दुनिया में सबसे रेयर माने जाने वाला बोम्बे ब्लड ग्रुप है। दिलीप का भी यही ब्लड ग्रुप है। इस बात को जानने के बाद दलीप बना समय बर्बाद किए लगभग 500 किमी की यात्रा कर रक्तदान करने पहुंच गए।
बताते चलें सबिता ने सीजेरियन आपरेशन के जरिए एक एक बच्ची को जन्म दिया था। जिसके चलते उनका काफी खून कम हो गया था । एक बच्ची को जन्म दिया था। सबिता का आपरेशन सीजेरियन हुआ था, जिसके चलते काफी खून कम हो गया था और खून की आश्यकता पड़ने लगी। उनका ब्लड ग्रुप भी Bombay A+ve है। डॉक्टर्स सबिता के लिए ब्लड सर्च करने लगे। लेकिन कुछ नहीं हुआ। जिसके बाद दिलीप को इस बात का पता चला और वो सबिता की जान बचाने 500 किमो दूर से चले आए। बता दें भारत में इस ब्लड ग्रुप सिर्फ 2,50,000 लोग ही मौजूद हैं।