नई दिल्ली। राउरकेला के दिलीप बारिक के प्रयास से एक महिला की जान बच गई है। देश व दुनिया में सबसे रेयर माने जाने वाले बोम्बे ब्लड ग्रुप की एक महिला ब्रह्मपुर के एमकेसीजी अस्पताल में भर्ती थी। उसे कहीं से ब्लड नहीं मिल रहा था। परिवार ने ब्लड हेल्प सेंटर ग्रुप से भी मदद मांगी लेकिन उनके मैच का ब्लड मौजूद नहीं था। जिसके बाद दिलीप महिला की जान बचाने के लिए 500 किलोमीटर ट्रेवल कर उनके ब्लड डोनेट करने पहुंच गए। उनके इस प्रयास से उस औरत की जिंदगी बच गई।
दरअसल,दिलीप बारिक ओडिशा के राउरकेला के रहने वाले हैं। उन्हें वॉट्सएप के जरिए पता चला की ब्रह्मपुर की सबिता को अरजेंट खून की जरूरत थी और उनका ब्लड ग्रुप दुनिया में सबसे रेयर माने जाने वाला बोम्बे ब्लड ग्रुप है। दिलीप का भी यही ब्लड ग्रुप है। इस बात को जानने के बाद दलीप बना समय बर्बाद किए लगभग 500 किमी की यात्रा कर रक्तदान करने पहुंच गए।
बताते चलें सबिता ने सीजेरियन आपरेशन के जरिए एक एक बच्ची को जन्म दिया था। जिसके चलते उनका काफी खून कम हो गया था । एक बच्ची को जन्म दिया था। सबिता का आपरेशन सीजेरियन हुआ था, जिसके चलते काफी खून कम हो गया था और खून की आश्यकता पड़ने लगी। उनका ब्लड ग्रुप भी Bombay A+ve है। डॉक्टर्स सबिता के लिए ब्लड सर्च करने लगे। लेकिन कुछ नहीं हुआ। जिसके बाद दिलीप को इस बात का पता चला और वो सबिता की जान बचाने 500 किमो दूर से चले आए। बता दें भारत में इस ब्लड ग्रुप सिर्फ 2,50,000 लोग ही मौजूद हैं।
Hindi News / Hot On Web / 500 Km ट्रेवल कर अनजान औरत की जान बचाने पहुंच गया ये शख्स, दुनिया कर रही है सलाम