मटके में फंसा 3 साल की बच्ची का सिर, बाहर निकालने के लिए करनी पड़ी मशक्कत तिहाड़ जेल (tihar jail) प्रशासन पवन जल्लाद (executioner pawan) की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। इसी के चलते उन्हें मीडिया से कम बात करने आदि की सलाह दी गई है। मामला बेहद ही संवेदनशील है इसी को ध्यान में रखते पवन कुमार भी अपनी जुबां पर चुप्पी साधने वाले हैं। मालूम हो कि पवन कुमार जल्लादी के पेशे में काफी समय से हैं। उनके घर में उनके दादा जी से लेकर पिता तक सभी ये काम करते थे।
पवन निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकाने के लिए काफी बेचैन हैं। तभी उनका कहना है कि वो बिना फीस के भी उसे सूली पर चढ़ा सकते हैं। क्योंकि आरोपियों की ओर से किए गए जघन्य काम के लिए कोई माफी नहीं है। मालूम हो कि किसी दोषी को फांसी पर चढ़ाने वाले जल्लाद को 5 हजार रुपए मिलते हैं।