इस गांव का नाम लोंगवा (Longwa) है। ये भारत के नागालैंड राज्य के मोन जिला में पड़ता है। ये ऐसा गांव है जिसका आधा हिस्सा भारत में पड़ता है और कुछ हिस्सा म्यांमार (Myanmar) में पड़ता है। इस गांव नें कोंयाक आदिवासी रहते हैं, जो बेहद खतरनाक माने जाते हैं।
दोनों देशों में गांव आने की वजह से यहां के लोगों के पास दोहरी नागरिकता (Dual citizenship) है। मतलब यहां के लोगों भारत और म्यांमार दोनों देश के नागरिक हैं। यहां के ज्यादातर घर भारत-म्यांमार सीमा से गुजरते है, जिसमें से एक भारत (India) में और दूसरा आधा म्यांमार में है। ऐसे में यहां कई घर इस तरह से बने हुए हैं कि इनके बेडरूम भारत में और किचन म्यांमार (Myanmar) में पड़ता है।
लोंगवा गांव (Longwa Village) अपनी दोहरी नागरिकता के साथ अंघ के लिए जाना जाता है। अंघ कई गांव का प्रमुख होता है जिसको एक से अधिक पत्नियां रखने की अनुमति होती है। लोंगवा गांव के अंघ के पास 60 पत्नियां हैं और 70 से अधिक गांवों पर वो शासन करता है।