लिए शिवचौक के सात फेरे जानकारी के मुताबिक, दूल्हा शादी के लिए दिल्ली से मुजफ्फरनगर आया था। उसने आनंदपुरी की प्रीति के साथ बिना पंडित और बेदी के शिवचौक के सात फेरे ले लिए और हमेशा- हमेशा के लिए जीवनसाथी बन गए। शादी करने के बाद दूल्हा और दुल्हन को सेनेटाइज चेंबर से होकर गुजराना पड़ा। इसके बाद दोनों दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
काफी समय पहले ही तय हो चुकी थी शादी
जानकारी के मुताबिक दिल्ली निवासी दूल्हा का नाम कुलदीप सोलंकी है। उसकी शादी की तिथि 17 अप्रैल को काफी समय पहले ही तय हो चुकी थी। लॉकडाउन होने की वजह से दोनों की शादी में समस्या आ रही थी। ऐसे में दूल्हे ने दिल्ली प्रशासन से शादी करने की परमिशन ली और 6 लोगों के साथ अलग अलग दो गाड़ियों में बैठकर मुजफ्फरनगर के लिए रवाना हो गया। गुरुवार को शादी की रस्में अदा करने के बाद रात को ही दूल्हा अपनी दुल्हन को लेकर शहर के शिवचौक पहुंच गया।
जानकारी के मुताबिक दिल्ली निवासी दूल्हा का नाम कुलदीप सोलंकी है। उसकी शादी की तिथि 17 अप्रैल को काफी समय पहले ही तय हो चुकी थी। लॉकडाउन होने की वजह से दोनों की शादी में समस्या आ रही थी। ऐसे में दूल्हे ने दिल्ली प्रशासन से शादी करने की परमिशन ली और 6 लोगों के साथ अलग अलग दो गाड़ियों में बैठकर मुजफ्फरनगर के लिए रवाना हो गया। गुरुवार को शादी की रस्में अदा करने के बाद रात को ही दूल्हा अपनी दुल्हन को लेकर शहर के शिवचौक पहुंच गया।
किया गया सेनेटाइज सजी-धजी दुल्हन व दूल्हे को शिवचौक पर देखते ही वहां मौजूद पुलिस अलर्ट हो गई। दुल्हन के साथ दूल्हे ने भगवान आशुतोष की सात बार परिक्रमा कर शादी की। उसके बाद में नवविवाहित जोड़ा सेनेटाइज चेंबर से होकर गुजरा। बारात में आए अन्य 5 लोग भी चेंबर से सेनेटाइज होकर बाहर निकले।