जिन्ना ने वर्ष 1936 में मुंबई के मालाबार हिल इलाके में ढाई एकड़ जमीन पर इस बंगले का निर्माण कराया था। देश विभाजन के पहले तक जिन्ना इसी बंगले में रहते थे। जानकारी के मुताबिक, उस वक्त इसके निर्माण पर 2 लाख रुपए खर्च हुए थे। यह ब्रिटिश कालीन इंडो गोथिक स्टाइल का बंगला है। बंगले का फेस समुद्र की ओर है। अब बंगले की अनुमानित कीमत 2600 करोड़ रुपए से भी ज्यादा है।
पाकिस्तान करता था दावा, भारत ने किया खारिज पाकिस्तान मांग करता रहा है कि यह संपत्ति उसके मुंबई वाणिज्य दूतावास के लिए उसे दे दी जाए। अब भारत ने इसके स्वामित्व पर पाकिस्तान के दावे को दृढ़ता से खारिज कर दिया और कहा कि यह संपत्ति उसकी है।
पाकिस्तान का कोई हक नहीं बता दें, शत्रु संपत्ति कानून के तहत जो लोग भारत के विभाजन के समय पकिस्तान चले गए, उनकी यहां की संपत्ति में उनका या उनके वारिसों का कोई हक नहीं है। इस बारे में संसद में कानून भी बनाया जा चुका है।