इस हिसाब से आज हमारा 70वां संविधान दिवस है। आज से 70 साल पहले सरकार ने 26 नवंबर 1949 को भारत के संविधान को अपनाया था। जिसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था। बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर को भारत का संविधान निर्माता कहा जाता है।
संविधान का फाइनल ड्राफ्ट तैयार करने में 2 साल 11 महीने और 17 दिन का वक़्त लगा था। भारत सरकार ने आज के दिन सभी सरकारी अधिकारियों को संविधान की प्रस्तावना पढ़ने के निर्देश दिए हैं। जिससे सभी को भारतीय संविधान की आत्मा के बारे में जानकारी हो सके।
इसलिए खास है हमारा संविधान?
हमारे संविधान के बारे में यह जानकर आपको थोड़ी हैरानी हो सकती हैं कि संविधान न तो टाइप किया गया था और न ही इसे प्रिंट किया गया था। इसे हाथ से लिखा गया था। जिन दो भाषाओं में संविधान को लिखा गया है वो है हिंदी और अंग्रेजी।
इसकी वास्तविक प्रति प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने लिखी थी। इसे इटैलिक स्टाइल में बेहद खूबसूरती से लिखा गया था। वहीं संविधान के हर एक पेज को शांति निकेतन के कलाकारों ने अपनी खास कलाकारी से सजाया था।
संविधान पर 284 सांसदों ने हस्ताक्षर किए थे, जिनमें 15 महिला सांसद थीं। इसके बाद 26 जनवरी से ये संविधान पूरे देश में लागू हो गया। संविधान की आत्मा कहे जाने वाली प्रस्तावना को अमेरिकी संविधान से प्रेरित है। भारत और यूएस दोनों ही देशों में संविधान की शुरुआत “We the people” से होती है।
संविधान में साफ लिखा है कि संविधान ना तो किसी धर्म को बढ़ावा देता है और ना ही किसी के साथ भेदभाव करता है। देश के नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक और न्याय, पद, समानता, विचार, भाषण, विश्वास, संघ निर्माण और कार्य की स्वतंत्रता, नैतिकता के अधीन प्राप्त होगी।