इनको दे बैठे थे दिल!
अटल बिहारी की शादी को लेकर कई बार उनसे जवाब पूछा गया। कभी इंटरव्यूज में तो तभी संसद में। उन्होंने इस सवाल के जवाब में संसद में कहा था मैं अविवाहित हूं लेकिन कुंवारा नहीं हूं। एक इंटरव्यू के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी ने हल्की सी मुस्कान के साथ जवाब दिया था कि व्यवस्तता के चलते ऐसा नहीं हो पाया था। इतना ही नहीं उनके रिश्तेदारों ने भी कहा कि राजनीतिक सेवा के लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया। इतना ही नहीं उन्होंने राष्ट्रीय, स्वंय सेवक संघ के लिए आजीवन अविवाहित रहना को जो वचन लिया था वो उस पर हमेशा अटल भी रहे। जब अटल बिहारी ने विक्टोरिया कॉलेज से इंटरमीडिएट की पढ़ाई की, इस दौरान उनकी मुलाकात एक महिला मित्र से हुई थी। कहा जाता है कि इसी महिला मित्र को अटल बिहारी कभी दिल दे बैठे थे।
महिला मित्र को लिखी चिट्ठी
‘अटल बिहारी वाजपेयीः ए मैन ऑफ आल सीजंस‘ की इस किताब में उनकी महिला मित्र के बारे में बताया गया है। कहा जाता है कि अटलजी ने कॉलेज के दिनों में राजकुमारी कौल को एक चिट्ठी लिखकर अपने पहले प्यार का इजहार किया था। लेकिन इस सवाल का जवाब कभी उनको नहीं मिला। कहा जाता है कि अटल जी ने जिस किताब में चिट्ठी लिखकर छोड़ी थी उसी किताब में राजकुमारी कौल ने भी जवाब लिखा था। लेकिन कभी वो जवाब अटल जी को मिला नहीं। लेकिन उनकी दोस्ती हमेशा बनी रही अंतिम वक्त तक राजकुमार कौल उनकी साथ रहीं। कहा जाता है कि कौल अटल बिहारी के साथ अंतिम वक्त तक थी। कहा तो यहां तक जाता है कि पति की मौत के बाद कौन अटल बिहारी के घर पर ही रहने लगी थी।