ब्लड ग्रुप ए वालों को है कोरोना का सबसे ज्यादा खतरा, रिसर्च में हुआ खुलासा शख्स का नाम भूरे है। वह 10 रुपए की लेमन टी से कोरोनावायरस से बचाव का दावा कर रहा है। वह मेरठ के कलेक्ट्रेट के पास अपनी स्टाल (tea seller) लगाता है। भूरे इस बात का दावा करता है कि इस चाय में जो मसाला और नींबू है, उससे कोरोना वायरस अटैक नहीं कर सकता है। उसके इस अनोखी बात को सुनकर चाय पीने वालों की भीड़ लग गई। हर कोई खुद को संक्रमण से बचाना चाहता है।
हालांकि बाद में चायवाले से इस बारे में पूछताछ करने पर पता चला कि ये महज एक मार्केटिंग तकनीक थी। उसने रोते हुए बताया कि उसकी बिक्री नहीं हो रही थी। उसे रुपयों की बहुत जरूरत थी। ऐसे में लोगों को चाय खरीदने पर मजबूर करने के लिए उसने कोरोना का नाम लिया। उसने सैनेटाइजर बेचने वाली कंपनियों से प्रेरित होकर ये काम किया। मालूम हो कि इसी तरह कुछ दिनों पहले कोरोना बाबा नाम का एक शख्स सामने आया था। जो लोगों को 11 रुपए में एक ताबीज बनाकर देता था। जिसमें दावा किया गया था कि इसे बांधने पर कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा।