सावन का महीना चल रहा है। इसमें भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए लोग व्रत रखते हैं। पूरे विधि विधान से पूजा करते हैं। भगवान शिव के गले में नाग लिपटे रहते हैं। ठीक ऐसे ही एक कोबरा भगवान शिव के गले में जा लिपटा है। ये वीडियो तेलांगना के करीमनगर का बताया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक, कोबरा को देखने के बाद लोगों ने पहले इसका वीडियो बनाया। इसके बाद एक एनजीआे को सूचना दी, जिसके बाद एनजीआे के सदस्यों ने कोबरा को पकड़कर जंगल में छोड़ दिया। वहीं, दूसरी आेर सावन के इस महीने में भगवान शिव की मूर्ति पर इस तरह कोबरा का लिपटने को लोग शुभ मान रहे हैं। सोशल मीडिया पर यह वीडियो काफी शेयर किया जा रहा है।
बता दें, शिव और सावन का बहुत गहरा संबंध है। ये रिश्ता आध्यात्मिक भी है, वैज्ञानिक भी और पौराणिक भी। सावन को स्वास्थ्य से भी जोड़ कर देखा जाता है। जब सावन में मेघ बरस रहा होता है, तो शिवपुराण में महादेव को जल अर्पित करने का बड़ा महत्व बताया गया है। सावन में शिव को बेलपत्र अर्पित करना भी विशेष माना जाता है।
प्राचीन ग्रंथों के अनुसार समुद्र मंथन से विष निकला था। इस विष को पीने के लिए शिव भगवान आगे आए और उन्होंने विषपान कर लिया। जिस माह में शिव ने विष पिया था, वह सावन का माह था। विष पीने के बाद शिव के तन में ताप बढ़ गया और उनके स्वास्थ्य की चिंता करते सभी देवताओं ने प्रार्थना की थी और उनका उपचार भी तलाशा था।
इसलिए यह माह पूजा-पाठ के लिए विशेष है। ऐसी मान्यता भी है कि शिव के विषपान से उत्पन्न ताप को शीतलता प्रदान करने के लिए मेघराज इंद्र ने भी बहुत वर्षा की थी। इससे भगवान शिव को बहुत शांति मिली। तभी से शिव जी का अभिषेक करने की परंपरा प्रारंभ हो गई।