दरअसल, प्रिंस चार्ल्स, लग्जरी कारों के जितने बड़े शौकीन हैं, उतने ही पर्यावरण प्रेमी भी हैं। इसी मकसद से उन्होंने अपनी एस्टन मार्टिन कार में खास बदलाव करवाया था, जिससे वह वाइन से चल सके और कम से कम पर्यावरण प्रदूषण हो। 49 साल पुरानी यह एस्टन मार्टिन कार चार्ल्स को उनके 21वें जन्मदिन पर महारानी ने तोहफे में दी थी। आज प्रिंस चार्ल्स अपना 70वां जन्मदिन मना रहे हैं।
एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म की शूटिंग के दौरान प्रिंस चार्ल्स ने बताया कि उन्होंने न सिर्फ अपनी कार, बल्कि राजघराने की शाही ट्रेन को भी ईको-फ्रेंडली बनाया है। उनकी शाही ट्रेन को चलाने में कुकिंग ऑयल इस्तेमाल होता है। खास बात यह है कि प्रिंस अभी भी यह कार चलाते हैं। हालांक बाद में बायोफ्यूल टेक्नोलॉजी आने के बाद उन्होंने 2008 में एस्टन मार्टिन के इंजीनियरों से इस कार को पूरी तरह से बायोफ्यूल से चलने लायक बनाने को कहा और इंजिनियरों ने ऐसा संभव कर दिया। अब यह कार पहले से कम प्रदूषण फैलाती है और इसकी परफॉर्मेंस भी बेहतर हो गई है। यह कार 85% वाइन और 15 % पेट्रोल के कॉम्बिनेशन वाले फ्यूल से चलती है।