राधा-कृष्ण की रासलीला के गवाह बनते हैं तुलसी के पौधे, रात होते ही बदल लेते हैं रूप तिब्बी डिक्सन (Tibbi Dicsion) नाम के एक किसान ने एक ऐसी लीची विकसित की है, जिसमें बीज नहीं हैै। इसे तैयार करने के लिए उन्हें करीब 20 साल का वक्त लगा। साथ ही ये खास किस्म तैयार करने में उन्हें करीब 3.5 लाख रुपए की लागत आई। इस लीची को बनाने के लिए उन्होंने चीन में ऊपजे एक लीची के पौधे का इस्तेमाल किया।
डिक्सन ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी क्वींसलैंड से दूर सरीना बीच में गुजर-बसर करते हैं। वह बीते कई दशकों से क्रॉस-पॉलिनेशन के जरिए इस तरह के प्रयोग करते आ रहे हैं। एक अंग्रेजी वेबसाइट में दिए उनके इंटरव्यू के मुताबिक क्रॉस-पॉलिनेशन के जरिए यह किस्म पैदा की गई है। वे बताते हैं कि इस लीची का स्वाद थोड़ा अन्नानास की तरह है।