वहीं अब अमिताभ बच्चन के नागरिक अधिकारों और फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन को लेकर दिए बयान ने सोशल मीडिया पर तूफान तो खड़ा कर ही दिया है। इसके साथ-साथ सियासत भी होने लगी। अमिताभ का इशारा किस ओर था इसे लेकर भाजपा और टीएमसी के बीच घमासान शुरू हो गया है।
एक तरफ भाजपा के आईटी सेल मुखिया अमित मालवीय इसको लेकर अमिताभ बच्चन पर सवाल उठा रहे हैं। साथ में वह उनके इस बयान को टीएमसी और ममता बनर्जी से जोड़ रहे है। दूसरी तरफ टीएमसी नेता संकेत गोखले का कहना है कि अमिताभ बच्चन का बयान बताता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में देश का माहौल कैसा हो गया है।
टीएमसी नेता का कहना है कि अमिताभ बच्चन ने यह सभी बाते दिल्ली या मुबंई में न कहकर कोलकाता में कही है। उन्होंने ये बात ममता बनर्जी के सामने कही है जहां बोलने की आजादी है। कोलकाता फिल्म फेस्टिवल के मंच से अमिताभ बच्चन ने कहते हैं, “मुझे पूरा भरोसा है कि स्टेज पर बैठे साथी इस बात से सहमत होंगे कि अब भी नागरिक स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की आजादी पर सवाल उठाए जा रहे हैं”। देखें वीडियो:-
अमिताभ ने अभिव्यक्ति की आजादी और नागरिक अधिकारों को लेकर सवाल तो उठाया। मगर उन्होंने यहां किसी का नाम नहीं लिया। मगर जिस मंच पर उन्होंने ये सवाल उठाए उस वक्त वहां ममता बनर्जी मौजूद थीं। इस वजह से भाजपा और टीएमसी ने उनके इस बयान को एक नए संदर्भ में उठालिया है। उनके इस बयान को लेकर अब अपने अपने मतलब निकाले जा रहे हैं।