पंडित राधाश्याम तिवारी के अनुसार इस साल 5 जून को चंद्र ग्रहण (Lunar Ecliupse) पड़ेगा। जो रात 11:15 मिनट से लगेगा। ये 6 जून की रात में भी लगेगा। इसकी समय अवधि रात 2:34 बजे तक होगी। इसमें शुक्र वक्री और अस्त रहेगा। गुरु व शनि वक्री रहेंगे तो तीन और ग्रह वक्री होंगे। इसका असर देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ सकता है। इससे धन की हानि आदि की आशंका है।
21 जून को पड़ेगा सूर्य ग्रहण
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार चंद्र ग्रहण के बाद 21 जून को सूर्य ग्रहण पड़ेगा। इस दिन एक साथ छह ग्रह वक्री रहेंगे। जिनमें बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु व केतु शामिल होंगे। छह ग्रहों के वक्री होने से बड़ा संकट उत्पन्न होने की आशंका रहती है। माना जाता है कि इससे प्राकृतिक आपदा के साथ ही महामारी आने की प्रबल आशंका होती है।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार चंद्र ग्रहण के बाद 21 जून को सूर्य ग्रहण पड़ेगा। इस दिन एक साथ छह ग्रह वक्री रहेंगे। जिनमें बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु व केतु शामिल होंगे। छह ग्रहों के वक्री होने से बड़ा संकट उत्पन्न होने की आशंका रहती है। माना जाता है कि इससे प्राकृतिक आपदा के साथ ही महामारी आने की प्रबल आशंका होती है।
5 जुलाई को भी ग्रहण
30 दिनों के अंतराल में 5 जुलाई को दोबारा चंद्र ग्रहण लगेगा। इस दौरान मंगल और सूर्य की राशि का परिवर्तन गुरु व धनु राशि में होगा। मगर उस दौरान वे वक्री रहेंगे इसका नकारात्मक असर पड़ सकता है। माना जाता है कि इससे वैश्विक शक्त्यिों से देश की लड़ने की क्षमता कम हो सकती है।
30 दिनों के अंतराल में 5 जुलाई को दोबारा चंद्र ग्रहण लगेगा। इस दौरान मंगल और सूर्य की राशि का परिवर्तन गुरु व धनु राशि में होगा। मगर उस दौरान वे वक्री रहेंगे इसका नकारात्मक असर पड़ सकता है। माना जाता है कि इससे वैश्विक शक्त्यिों से देश की लड़ने की क्षमता कम हो सकती है।