Read this also: डीआईजी के इंदौर में पढ़ रहे बेटे का खाना बनाने आता था आरक्षक, कोरोना पॉजिटिव निकला तो तीन जिलों में हड़कंप गुना जिले (Guna district) के बापचा लहरिया गांव (Bapcha lahariya village) का रहने वाला विजय शर्मा (Vijay Sharma) सूबे के स्पेशल आम्र्ड फोर्सेस की 25वीं बटालियन (25th batallion) में तैनात है। वर्तमान में विजय की तैनाती उज्जैन (Constable was posted in Ujjain) में बतायी जा रही है। लेकिन आरक्षक उज्जैन में ड्यूटी करने की बजाय इंदौर में एक पुलिस अधिकारी के बेटे की ड्यूटी में लगाया गया था।
होसंगाबाद के डीआईजी अरविंद सक्सेना ( DIG Arvind Saxena) का बेटा इंदौर में कोचिंग करता है। बेटे को खाना वगैरह के लिए कोई परेशानी न हो इसलिए विभागीय कर्मियों को लगा दिया। अपने रसूख के बल पर डीआईजी ने बेटे का खाना बनाने के लिए 25वीं बटाॅलियन उज्जैन में तैनात आरक्षक विजय शर्मा को बुलवा लिया। आरक्षक द्वारा डीआईजी के बेटे का खाना बनाया जाने लगा। लेकिन कोरोना हाॅटस्पाॅट इंदौर के हालात जब खराब होने शुरू हो गए तो उसे 20 अप्रैल को छुट्टी दे दी गई।
Read this also: बुजुर्ग महिला कैदी को नींद आने पर जेल में बुरी तरह पिटाई, गंभीर, जेलर नपे इंदौर से गांव पहुंचने के बाद लापरवाह बना रहा डीआईजी के बेटे की खाना बनाने की ड्यूटी से छुट्टी पाने के बाद विजय शर्मा 22 अप्रैल को बाइक से ही गांव के लिए चल दिया। विजय गुना जिले का रहने वाला है। गांव बापचा लहरिया पहुंचने के बाद उसने स्वास्थ्य विभाग को सूचना देना या क्वारंटीन होना भी मुनासिब नहीं समझा और आराम से घूमता रहा। 28 अप्रैल को स्वास्थ्य महकमा को भनक लगी तो पहुंचकर आरक्षक विजय शर्मा को अस्पताल जांच के लिए लाया गया। यहां उसे आईसोलेशन में रखने के साथ सैंपल जांच को भेजा गया। गुरुवार को कोरोना पाॅजिटिव रिपोर्ट आने के बाद हड़कंप मच गया। अधिकारियों के संपर्क में रहे आरक्षक की रिपोर्ट से तीन जिलों में हड़कंप मचा हुआ है। गुरुवार की देर रात में ही गुना डीएम व एसपी ने अस्पताल का दौरा कर स्थिति की जानकारी ली।
हां, सभी को पता है कि आरक्षक बेटे का खाना बनाने जाता उधर, डीआईजी अरविंद सक्सेना ने कहा कि आरक्षक 25वीं बटालियन का है। वह पिछले 18 दिन से अवकाश पर है। उसने तबीयत खराब होने की जानकारी दी थी, इस कारण उसे छुट्टी दे दी गई। इसने बाद में आने का कहा था, लेकिन हमने उससे कहा कि आराम करो। बताया कि हां, सभी को पता है कि आरक्षक बेटे का खाना बनाने के लिए जाता है।