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होशंगाबाद

जोन का पहला डीजल शेड जहां सुधारे जाएंगे इलेक्ट्रिक इंजन…जानेंं और क्या है खास

अभी तक एसी शेड में इलेक्ट्रिक और डीजल शेड में डीजल इंजनों का होता था मेंटनेंस

होशंगाबादDec 25, 2017 / 11:07 am

Manoj Kundoo

diesel loco shed in india and Diesel Loco Shed indian Railway

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इटारसी. तुगलकाबाद के बाद सबसे ज्यादा लोको होल्डिंग (मेंटनेंस) करने वाला इटारसी का डीजल शेड जल्द ही नया कीर्तिमान रचने जा रहा है। जबलपुर जोन का यह पहला डीजल शेड होगा जहां इलेक्ट्रिक इंजन भी सुधारे जाएंगे। फिलहाल भारतीय रेलवे में रतलाम और गोरखपुर के डीजल शेडों में यह व्यवस्था है। इसके लिए डीजल शेड में कार्यरत १० इंजीनियरों और २० टेक्नीशियनों को इलेक्ट्रिक इंजनों का मेंटनेंस करने की ट्रेनिंग दी जा चुकी है। यह ट्रेनिंग इटारसी न्यूयार्ड के एसी शेड में हुई। इसके अलावा शेड तक इंजनों को लाने और स्टेशन तक ले जाने के लिए ओएचई लाइन का सर्वे किया गया है। शेड में इलेक्ट्रिक इंजनों का मेंटनेंस करने के लिए अन्य परिवर्तन भी किए जा रहे हैं। फिलहाल डीजल शेड में 171 इंजन और एसी शेड में 191 इलेक्ट्रिक इंजनों का मेंटनेंस किया जाता है।
diesel loco shed in india and Diesel Loco Shed indian Railway
इसलिए सुधारे जाएंगे इलेक्ट्रिक इंजन
रेलवे ने इटारसी से पिपरिया के बीच विद्युतीकरण का काम लगभग पूरा कर लिया है। जनवरी २०१८ से इलेक्ट्रिक इंजन इटारसी-पिपरिया के बीच दौडऩे लगेंगे। ऐसे में नए इलेक्ट्रिक इंजन भी शेड में आएंगे। इंजनों की संख्या बढऩे और उनका समय पर मेंटनेंस हो सके। इसी उद्देश्य से डीजल शेड में भी इलेक्ट्रिक इंजन सुधारने का सेटअप तैयार किया जा रहा है।
३५० करोड़ रुपए का है प्रोजेक्ट : इटारसी से इलाहाबाद सेक्शन का विद्युतीकरण करने के लिए करीब ३५० करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इटारसी से जबलपुर के बीच बिजली लाइन का काम १३४ करोड़ रुपए से हो रहा है।
यह होगा फायदा
एक्सप्रेस ट्रेनों से जबलपुर जाने में लगने वाला समय : 3 घंटे
पैसेंजर ट्रेनों से लगने वाला समय : 6 घंटे
इलेक्ट्रिक इंजन लगने के बाद : लगभग आधा घंटा बचेगा
डीजल शेड
स्थापना : 1964
वर्तमान में लोको : 171
उपलब्धि : डीजल शेड को आईएसओ 9001-2000, आईएसओ 9001-2008, आईएसओ 14001-2004 से नवाजा जा चुका है।
खास बातें
इटारसी से जबलपुर की दूरी
241 किमी
इलेक्ट्रिफिकेशन हुआ
इटारसी से पिपरिया
इलेक्ट्रिफिकेशन की लंबाई
67 किमी
इलेक्ट्रिफिकेशन बाकी
पिपरिया से जबलपुर

इटारसी से जबलपुर रेलखंड का विद्युतीकरण हो रहा है। ऐसे में नए इलेक्ट्रिक इंजन आएंगे। उनका मेंटनेंस समय पर हो सके। इसी वजह से डीजल शेड के कर्मचारियों की ट्रेनिंग हुई। डीजल शेड में भी इलेक्ट्रिक इंजन सुधारे जाएंगे।
गुंजन गुप्ता, सीपीआरओ जबलपुर

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