रहस्यमयी अंक 13
कई लोग इसे दुर्भाग्य का अंक मानते हैं, लेकिन ज्योतिष में इसे आकस्मिकता से जुड़ा अंक मानते हैं। ज्योतिषियों का कहना है, इस अंक में राहु और हर्षल की शक्ति पाई जाती है। इसके अलावा अंक 13 पर सूर्य और बृहस्पति का भी प्रभाव होता है। इस अंक पर ईश्वर की कृपा है और यह रहस्यमयी शक्तियों का धारक है। अंक 13 से जुड़े लोग जादू, तंत्र और अध्यात्म में खूब सफल होते हैं। मध्य आयु की ऊंचाइयों तक अंक 13 वाले लोग ऊंचाइयों पर पहुंच जाते हैं। ये भी पढ़ेंः Jyeshtha Purnima Mantra: ज्येष्ठ पूर्णिमा मंत्र और उपाय बदल देते हैं किस्मत, जानें कब जपें कौन सा मंत्र, किस उपाय से दूर हो करियर की बाधा
शक्तिशाली ग्रहों की कृपा
ज्योतिष के अनुसार अंक 13 का मान 4 है, जो राहु का अंक है। वैदिक ज्योतिष में यह परिवर्तन का कारक माना जाता है। वहीं कई ज्योतिषियों का कहना है कि यह अंक दो शक्तिशाली ग्रहों सूर्य (1) और बृहस्पति (3) के योग से बनता है। इन्हीं के योग से 13 बनता है, जिससे इसमें बहुत सी शक्तियां इन ग्रहों की शामिल होती हैं।शक्तिशाली अंक 13
अंक ज्योतिष में 4 प्रभावशाली अंक माना जाता है और 13 अंक के योग से भी 4 प्राप्त होता है, यह कर्म का भी प्रतीक है। कर्म के हिसाब से ही फल मिलता है। अंक ज्योतिष में इसे मास्टर ऑफ नंबर्स भी कहा जाता है, जो बदलाव का भी कारक है। इसी कारण से सही और अनुकूल होने पर यह चमत्कारी बन जाता है, जबकि खराब प्रतिकूल होने पर विनाशक बन जाता है। इसलिए 13 को अशुभ मानना ठीक नहीं है। ये भी पढ़ेंः Rashi Anusar Mantra : मनोकामना पूर्ति के लिए जपें राशि अनुसार भगवान विष्णु के मंत्र, ज्येष्ठ पूर्णिमा पर इनका जप देता है सुख समृद्धि, भाग्य का साथ और सफलता