इसके अलावा अपने वाईफाई के पासवर्ड को प्रोटेक्ट करके रखें। अगर आपका नेटवर्क पासवर्ड से प्रोटेक्टेड नहीं होगा तो उसका इस्तेमाल आसानी से कोई भी कर सकता है। इससे आपके राउटर की स्पीड भी कम हो जाती है। अगर किसी के साथ पासवर्ड को इमरजेंसी में शेयर किया है तो बाद में उसे बदल दें।
अधिकतर वाईफाई राउटर 192.168.1.1 और 192.168.2.1 – आईपी एड्रेस के साथ आते हैं, जिसे किसी भी ब्राउजर से एक्सेस किया जा सकता है। इसके अलावा यूजर अपने राउटर के एसएसआईडी (SSID) को छुपा कर भी सुरक्षित रख सकते हैं।
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प्राइवेट नेटवर्क से जुड़े हर एक डिवाइस का यूनीक आईपी और मैक एड्रेस होता है. इन्हें राउटर सेटिंग्स के जरिये कनेक्टेड डिवाइस (क्लाइंट) की लिस्ट में देख सकते हैं. इस तरह अगर आपको अपने नेटवर्क पर कोई रैंडम नेम दिखता है जिसे आप नहीं पहचानते हैं तो इस बात की बहुत संभावना है कि वह कोई आपको इंटरनेट का गलत इस्तेमाल कर रहा है. इन स्टेप्स के जरिए आप अपने वाई-फाई को सेफ रख सकते हैं
फिंग-नेटवर्क टूल ऐप को एंड्रॉयड यूजर्स डाउनलोड कर सकते हैं। ये एक फ्री ऐप है जो गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद है। इस ऐप पर आप अपने वाईफाई से कनेक्टेड डिवाइसेस को स्कैन करके ये पता लगा सकते है कि इससे कौन कौन से डिवाइस जुड़े हुए हैं। इसके बाद आपको डिवाइस के नाम पर टैप करना है, जहां आपको ब्लॉक का ऑप्शन दिखाई देगा, जिसे ब्लॉक कर सकते हैं।