घरेलू और प्राकृतिक उपचार

गले में होने वाले संक्रमण से ऐसे करें बचाव, जानें ये तरीके

throat infection causes and symptoms treatment : गले से जुड़ी समस्याओं, उनके इलाज और सावधानियों के बारे में जानिए। हवा में धूल-मिट्टी के बारीक कण उड़ने से गले में तरह-तरह का इंफेक्शन होने लगता है। गले से जुड़ी समस्याओं, उनके इलाज और सावधानियों के बारे में जानिए।

Aug 10, 2023 / 10:25 am

Manoj Kumar

throat infection causes and symptoms treatment

throat infection causes and symptoms treatment : गले से जुड़ी समस्याओं, उनके इलाज और सावधानियों के बारे में जानिए। हवा में धूल-मिट्टी के बारीक कण उड़ने से गले में तरह-तरह का इंफेक्शन होने लगता है। गले से जुड़ी समस्याओं, उनके इलाज और सावधानियों के बारे में जानिए।
एलर्जी : प्रदूषण, कोई फूड, फूलों के परागकण, बेडशीट की डस्ट, धूल व धुआं कारण हैं। सांस लेने में दिक्कत, सूखी खांसी, नाक से पानी आना, बुखार, गले में दर्द है तो एंटीएलर्जिक दवाएं लेने के अलावा कारक से दूरी बनाएं।

यह भी पढ़ें

रीढ़ की हड्डी में लगी चोट से हो सकती है ये गंभीर समस्याएं



टॉन्सिलाइटिस : ठंडी चीज खाने या ठंड से यह समस्या होती है। गले में दर्द, थूक या पानी निगलने में दर्द, मुंह से बदबू, कान में संक्रमण लक्षण हैं। एंटीबायोटिक्स देने के अलावा नमक मिले गुनगुने पानी के गरारे और ठंडी चीजों से परहेज करें।
यह भी पढ़ें

सड़न नसों तक नहीं पहुंची हो तो दांतों का इलाज संभव



लैरिंजाइटिस : इंफेक्शन, एलर्जी या अन्य कारण से वोकल कॉर्ड पर असर होता है जिससे बोलने व सांस लेने में दिक्कत होती है। लंबे समय तक एलर्जी, एसिड रिफ्लक्स, साइनुसाइटिस से क्रॉनिक लैरिंजाइटिस होता है। ईएनटी विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए।

एसिड रिफ्लक्स : पाचन संबंधी व अन्य कारणों से पेट में भोजन पचाने वाला अम्ल ऊपर गले तक आता है। इससे गले को क्षति होती है व सूजन आ जाती है। बार-बार खांसी, उल्टी, खट्टी डकारें और सीने में जलन होती है। इलाज के रूप में एंटासिड दवाएं लेने की सलाह देते हैं। सोने से दो घंटे पहले भोजन करें और मॉर्निंग व ईवनिंग वॉक पर जाएं।

यह भी पढ़े-बवासीर (पाइल्स) के उपचार के लिए कारगर है ये दवा
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

Hindi News / Health / Home And Natural Remedies / गले में होने वाले संक्रमण से ऐसे करें बचाव, जानें ये तरीके

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.