इन अलग-अलग तरहों के वायरस से होने वाले इन्फेक्शन का कारण वायरल फीवर इसके बुखार का इलाज सिम्पटम्स के आधार पर किया जाता है। ये वायरल फीवर एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को भी हो सकते हैं। इसलिए इसके लक्षणों को नजरअंदाज न करें और जल्दी से डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
– लगातार उल्टी आते रहना
-सिरदर्द और बदनदर्द का होना
-सर्दी-जुकाम
-बॉडी में तापमान का तेजी से बढ़ना
-दस्त आना
-आंखों में लालिमा आ जाना
-जोड़ों में दर्द होना
वायरल फीवर से यदि आप अपना बचाव करना चाहते हैं तो ऐसे में शहद और नींबू का सेवन आपकी काफी हद तक मदद कर सकता है। इसका सेवन से आपकी सेहत काफी ज्यादा लाभदायक हो सकता है। और वहीं ये आपके हेल्थ के लिए भी बेहद फायदेमंद साबित होते हैं। इसलिए इनका सेवन करना चाहिए।
धनिया की चाय सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा लाभदायक हो सकती है। इसका सेवन से आपके शरीर में वायरल फीवर जैसी बीमारी दूर हो सकती है। धनिया अनेकों औषिधीया तत्वों से भरपूर होता है। जिसका सेवन सेहत को अनेकों फायदे पहुंचाता है। इसलिए यदि आपको वायरल फीवर के कोई भी लक्षण नजर आते हैं तो धनिया कि चाय का सेवन जरूर करें। ये वायरल फीवर जैसी बीमारी से आपको बचाएगा भी और सेहत को अनेकों लाभ भी मिलेगा।
तुलसी से होने वाले अनेकों फायदों के बारे में तो आप सभी जानते ही हैं। इसलिए आप तुलसी के काढ़े के रूप में भी सेवन कर सकते हैं। तुलसी का सेवन सेहत को अनेकों लाभ पहुंचाता है। वहीं शरीर से कई बीमारियों को भी दूर रखता है। तुलसी की चाय के साथ गर्म पानी में भी तुलसी का सेवन कर सकते हैं।
वायरल फीवर में हल्दी और सोंठ का पाउडर काफी हद तक लाभदायक हो सकता है। अदरक में अनेकों ऐसे तत्त्व होते हैं जो फीवर को ठीक करने में सहायक होते हैं। इसके सेवन से फीवर जैसी बीमारी काफी हद तक ठीक हो सकती है। आप एक चम्मच हल्दी में, एक चम्मच काली मिर्च का पाउडर और एक चम्मच सोंठ मिला सकते हैं। इनको मिलाके इनका काढ़ा तैयार कर लें। और कप में छान लें,फिर इनका सेवन करें। ये गले में दर्द जैसी बीमारी को कम करने में आपकी काफी हद तक मदद करेगा। और आपको जल्दी सही होने में भी सहायक होगा।