पेट की जलन से राहत पाने के घरेलू उपाय
1. पुदीना पेट की गर्मी, जलन और ज्यादा एसिड को रोकने के लिए पुदीना फायदेमंद होता है। यह एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी व औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इसको खाने से डाइजेशन सिस्टम और इम्यूनिटी मजबूत होती हैं।
यह भी पढ़े: गले की खराश को ठीक करने के लिए अपनाएं ये 5 घरेलू उपाय 2. सौंफ सौंफ पाचन तंत्र, कब्ज व गैस की शिकायत को भी दूर करता है। इसमें भरपूर मात्रा में पोटेंट एंटी-अल्सर प्रॉपर्टीज होती है, जो एसिडिटी को शांत करती है। एसिडिटी के दौरान शरीर में होने वाली जलन को तुरंत खत्म करने में मदद करता है। सौंफ के कुछ दानों को चबाकर चूसने से भी एसिडिटी में राहत मिलती है। इसके साथ ही सौंफ का एसिडिटी के लिए खास घरेलू उपचार भी है। सौंफ के कुछ दानो को पानी में अच्छे से उबाल लें और फिर इसे रात भर ऐसे ही छोड़ दें, फिर सौंफ के इस उबले हुए पानी को जब भी आपको पेट में जलन महसूस होने लगे तब पीएं। यह एसिडिटी से तुरंत राहत दिलाएगी।
3. ठंडा दूध अगर आपको पेट में जलन या सीने में जलन की समस्या हो रही है तो आप एक गिलास ठंडा दूध पी सकते हैं। कैल्शियम से भरपूर दूध एसिडिटी के दर्द को शांत करने में काफी फायदेमंद हो सकता है। इसीलिए जब भी आपको पेट में दर्द या जलन महसूस हो तो उसी वक्त एक ग्लास ठंडा दूध पी लें। एसिडिटी और हार्ट बर्न का यह घरेलू उपाय काफी कारगर साबित हो सकता है।
4. अजवाइन एक पैन में अजवाइन सेंक कर इसका पाउडर बना लें। इसमें काला नमक मिलाएं। इसे खाने के बाद गुनगुने पानी के साथ लेने से पेटी की गर्मी और एसिडिटी दूर होती है। अजवाइन में मौजूद थायमॉल और काले नमक में अल्केलाइड्स होते हैं। इन दोनों को मिलाकर एसिडिटी दूर होती है।
यह भी पढ़े: नाक की जलन को ठीक करने के लिए आजमाएं ये घरेलू नुस्खे 5. जीरा पेट और गले में जलन होने पर इसके सेवन आराम मिलता है। इसमें जलन को दूर करने के लिए एंटी बैक्टीरियल और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते है। यह बहुत जल्दी असर करता है और हमें एसिडिटी से मुक्त करता है। इसके लिए आप एक चम्मच जीरा को भूनकर पीस लें। फिर एक गिलास गर्म पानी में उस जीरा पाउडर को डालकर पिएं।
डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।