ऐसे में यदि आपको या आपके किसी परिचित को गॉल ब्लेडर स्टोन की शिकायत है, तो शायद आपने भी ऑपरेशन करवाने का सोचा होगा। परंतु ऑपरेशन से पहले यह कुछ घरेलू उपाय अवश्य अपनाकर देखें। यह प्राकृतिक और घरेलू उपाय न केवल गाल ब्लैडर स्टोन को गलाने में मदद करेंगे, बल्कि आपकी पाचन क्रिया को बेहतर बनाकर दर्द को भी ठीक कर देंगे।
1. गाजर और ककड़ी का रस
अगर आपको गाल ब्लैडर स्टोन की समस्या है तो गाजर और ककड़ी का रस पीना फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए आप गाजर और ककड़ी का रस प्रत्येक 100 मिलिलीटर की मात्रा में मिलाकर दिन में दो बार पी सकते हैं। इस रोग के लिए ये घरेलू नुस्खा अत्यन्त लाभदायक माना जाता है। क्योंकि ककड़ी और गाजर का रस कॉलेस्ट्रॉल के सख्त रूप को नर्म बनाकर उसे बाहर निकालने में मदद करता है।
2. एप्पल साइडर विनेगर
सेब का सिरका यानी एप्पल साइडर विनेगर की प्रकृति अम्लीय होती है। जो लीवर को कोलेस्ट्रॉल बनाने से रोकती है और यही अधिकांश पथरियों का कारण होता है। इसके लिए आप एक गिलास सेब के रस में एक चम्मच एप्पल साइडर विनेगर मिलाकर इस जूस को प्रतिदिन दो बार पी सकते हैं। यह दर्द को खत्म करने में मदद करता है। हालांकि याद रखें कि इस मामले में किसी भी घरेलू नुस्खे को अपनाने से पहले एक बार चिकित्सकीय परामर्श जरूर ले लें।
3. संतरा, मौसमी या टमाटर
विटामिन-सी की पर्याप्त मात्रा वाले फल जैसे संतरा, मौसमी अथवा टमाटर का रस भी पी सकते हैं, क्योंकि इनमें मौजूद विटामिन-सी शरीर के कोलेस्ट्रॉल को पित्त अम्ल में बदलता है जो पथरी को तोड़कर बाहर निकालने में सहायक है। आप चाहें तो विटामिन सी संपूरक भी ले सकते हैं, क्योंकि पथरी के दर्द के लिए यह एक अच्छा घरेलू उपाय माना गया है।
4. नाशपाती
पित्त की थैली लगभग नाशपाती के आकार की होती है। तो क्यों ना इस समस्या को नाशपाती द्वारा ही ठीक किया जाए। नाशपाती में मौजूद पैक्टिन नामक तत्व कोलेस्ट्रॉल को बनने और जमने से रोकता है। इसके लिए आप एक गिलास गर्म पानी में दो चम्मच शहद और एक गिलास नाशपाती का रस मिलाकर प्रतिदिन तीन बार पी सकते हैं। इसके अलावा नाशपाती में ढेरों गुण होते हैं, जो हमारी सेहत के लिए फायदेमंद है।
5. पुदीना
पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने के लिए पुदीना सबसे अच्छी घरेलू औषधियों में से एक है। पुदीना पित्त वाहिका तथा पाचन से संबंधित अन्य रसों को बढ़ाने का काम करता है। पुदीना में मौजूद तारपीन पथरी को गलाने में सहायक माना जाता है। आप पुदीने की पत्तियों से बनी चाय का सेवन कर सकते हैं। इसके लिए गर्म पानी में ताजी अथवा सूखी पुदीने के पत्तियों को उबालें। अब पानी को हल्का गुनगुना करके छान लें और इसमें शहद मिलाकर दिन में दो बार सेवन करें।