बीकानेर, राजस्थान की धरती, न केवल अपनी रेतीले मनमोहक दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहां का खाद्य संसार भी अपने अनूठे फलों से विशेष रूप से सजीव है। गूंदा/गमबैरी (Gumberry) , जो गर्मियों के महीनों में बीकानेर की मिटटी से अपना मुख्य रोप उत्पन्न करता है, एक ऐसा फल है जो यहां के लोगों के लिए महत्वपूर्ण है। इसकी डिमांड गर्मियों में उच्च होती है, क्योंकि इसका सेवन पेट को ठंडक प्रदान करता है और लोगों को गर्मियों के लिए ताजगी और पोषण प्रदान करता है।
गूंदा खाने के 5 अद्भुत फायदे:
पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है: गूंदा या गमबैरी/ग्लूबेरी (Gumberry) में फाइबर की मात्रा प्रचुर मात्रा में होती है, जो पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करता है। यह कब्ज, पेट फूलना और अपच जैसी समस्याओं को दूर करने में भी कारगर है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है: गूंदा या गमबैरी/ग्लूबेरी (Gumberry) में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। यह सर्दी, जुकाम और बुखार जैसी बीमारियों से बचाने में भी कारगर है।
वजन घटाने में सहायक: गूंदा या गमबैरी/ग्लूबेरी (Gumberry) में कैलोरी कम और फाइबर अधिक होता है, जो इसे वजन घटाने के लिए एक बेहतरीन भोजन बनाता है। यह पेट को लंबे समय तक भरा रखता है, जिससे भूख कम लगती है और वजन कम करने में मदद मिलती है।
हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी: गूंदा या गमबैरी/ग्लूबेरी (Gumberry) में मौजूद पोटेशियम रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करने में मदद करता है।
मधुमेह को नियंत्रित करने में सहायक: गूंदा या गमबैरी/ग्लूबेरी (Gumberry) में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जो मधुमेह रोगियों के लिए अच्छा होता है। यह रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
खांसी और सांस की समस्याओं के लिए गमबैरी Gumberry for cough and respiratory problems
आजकल खांसी और सांस की समस्याएं बढ़ रही हैं, खासकर प्रदूषण और अन्य तत्वों के कारण। इन समस्याओं का सामना करने के लिए अक्सर हम अलग-अलग उपाय को अपनाते हैं, लेकिन कई बार यह उपाय असफल रहते हैं। इस संदर्भ में, ग्लूबेरी फल की एक विशेषता है जो आपकी खांसी और सांस की समस्याओं को सुलझाने में मदद कर सकती है। विज्ञान ने इस फल में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों को स्पष्ट किया है, जो खांसी और छाती में जमाव को दबा सकते हैं। इसके अलावा, फल में मौजूद प्लांट स्टेरोल और श्लेष्मा गूदा (Gumberry) खांसी से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। यह फल यूनानी चिकित्सा में भी इस्तेमाल होता है खांसी और बुखार के लक्षणों के इलाज के लिए। इसलिए, ग्लूबेरी एक प्राकृतिक और प्रभावी उपाय हो सकता है जो आपको खांसी और सांस की समस्याओं से निजात दिलाने में मदद कर सकता है।गठिया के दर्द में राहत दे सकती है गमबैरी Gumberry can provide relief from arthritis pain
गठिया से पीड़ित लोगों के लिए राहत की खबर है। गमबैरी का नियमित सेवन जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में मददगार हो सकता है। पाकिस्तान जर्नल ऑफ बायोलॉजिकल साइंसेज में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, ग्लूबेरी के फल और पत्तों में एनाल्जेसिक गुण होते हैं जो जोड़ों के दर्द को कम करते हैं।गोंदा या लसोड़ा: प्रकृति का अनमोल उपहार
- गोंदा, जिसे लसोड़ा/गमबैरी भी कहा जाता है, एक ऐसा फल है जो न सिर्फ स्वादिष्ट होता है बल्कि औषधीय गुणों से भी भरपूर होता है। यह सदियों से भारतीय लोक चिकित्सा का हिस्सा रहा है और इसका उपयोग विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता रहा है।
- गोंदा (Gumberry) के पेड़ की छाल, पत्ते, फल और बीज सभी औषधीय प्रयोजनों के लिए उपयोगी होते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण होते हैं जो इसे कई बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं।
- गोंदा (Gumberry) का उपयोग गले की खराश, त्वचा की सूजन, शुष्क त्वचा, मासिक धर्म की समस्याओं और अन्य स्वास्थ्य स्थितियों के इलाज के लिए कैसे किया जा सकता है।
- गोंदा (Gumberry) न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है बल्कि इसका उपयोग विभिन्न व्यंजनों में भी किया जा सकता है। इसका स्वाद खट्टा-मीठा होता है और इसे चटनी, अचार, सूप और करी में इस्तेमाल किया जा सकता है।
- यदि आप त्वचा की कुछ स्थितियों जैसे शुष्क त्वचा या त्वचा की खुजली से पीड़ित हैं तो गोंद (Gumberry) के बीजों को पीसकर खुजली पर लगाने से लक्षणों से राहत मिल सकती है। लसोड़ा में मौजूद तत्वों में दो प्रतिशत प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, फाइबर, लोहा, फास्फोरस और कैल्शियम होता है।