कृषि कानून के विरोध में किसान पिछले 2 महीने से लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि अभी तक सरकार और किसानों में कोई समझौता नहीं हो पाया है। भारत से अब किसानों की ये आवाज दुनियाभर में गूंज रही है। रिहाना के बाद भारतीय एक्टिविस्ट लिसिप्रिया कंगुजम भी किसान आंदोलन के समर्थन में उतर आई हैं। लिसिप्रिया पर्यावरण के काम करती हैं और उन्होंने यूएन के जनरल सेकेट्री के ट्वीट पर रिएक्ट करते हुए किसानों को सपोर्ट में ट्वीट किया है।
बता दें कि लिसिप्रिया इससे पहले भी लाइमलाइट में आ चुकी हैं। वो पीएम मोदी द्वारा दिए जा रहे सम्मान को लेने से इंकार कर चुकी हैं। लिसिप्रिया के अलावा क्लाइमेट चेंज एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने भी किसानों को सपोर्ट करते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा- हम भारत के किसान आंदोलन के साथ हैं। ग्रेटा थनबर्ग पहले भी कई बार भारत के मुद्दों पर अपना पक्ष रख चुकी हैं।
रिहाना के ट्वीट के बाद अंतरराष्ट्रीय लेवल पर किसानों पर बातचीत को लेकर एक अलग ही सपोर्ट देखने को मिल रहा है। रिहाना ने ट्वीट कर लिखा था- हम किसानों की बात क्यों नहीं कर रहे अब #FarmersProtest। रिहना के ट्वीट के बाद ट्विटर पर काफी देर तक किसान आंदोलन ट्रेंड करता रहा था।