इस फिल्म में इतनी ज्यादा बर्बरता और क्रूरता दिखाई गई थी कि जिसको देखना लोगों के लिए असंभव था। इसलिए कोर्ट ने रिलीज़ के पहले ही इसपर बैन लगा दिया था। जो अभी भी बहुत देशों में लगा है।
ये इटालियन फिल्म कैनिबल होलोकॉस्ट 1980 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म में हिंसा वाले सीन रियल लगें इसके लिए डायरेक्टर ने एक्टर्स से कैमरे के सामने जानवरों की हत्या करवाई थी।
इतना ही नहीं मेकर्स ने सीन रियल दिखें इसके चलते रेप सीन भी असलियत में करवाया था। यह अपने जमाने की सबसे विवादित फिल्म भी थी। फिल्म का निर्देशन रगेरो डिओडाटो ने किया था और इसमें रॉबर्ट केरमैन, गेब्रियल योर्के, ल्यूका जॉर्जियो बर्बरेस्ची, फ्रांसेस्का सियार्डी जैसे स्टार्स की अहम भूमिका थी।
फिल्म की कहानी की बात करें तो ये जंगलों में बसे आदिवासियों के इर्द-गिर्द घूमती है। फिल्म के टाइटल का हिंदी मतलब है नरभक्षियों का प्रलय। डायरेक्टर इस फिल्म को जिंदा करने चाहते थे, लेकिन उस दौर में VFX नहीं होते थे, जिसके चलते यह तभी कर पाना मुमकिन था जब इन्हें असल में किया जाए। ऐसे में डायरेक्टर ने ठाना कि फिल्म में असली में रेप सीन किया जाएगा। बताया जाता है कि रगेरो डिओडाटो की मनमानी ऐसी थी कि एक्टर्स को इसका बेहद खामियाजा भुगतना पड़ा।
चूंकि फिल्म की थीम आदिवासियों पर बेस्ड थी, इसलिए ज्यादातर एक्टर्स ने फिल्म में बिना कपड़ों के और कई बार तो न्यूड होकर सीन दिए थे। फिल्म में रेप को रियल दिखाना चाहता था, इसलिए इनकी शूटिंग भी असल में की गई।
एक्ट्रेस फ्रांसिस्का सियार्डी ने एक सीन के दौरान जब कपड़े उतारने से मना कर दिया तो डायरेक्टर ने उन्हें खूब सुनाया। उन्हें बाहर तक निकाल दिया। हार कर फ्रांसिस्का ने दबाव में आकर बिना कपड़ों के वह सीन दिया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक़, जब फिल्म की शूटिंग चल रही थी कि, तब डायरेक्टर ने एक्टर्स की मर्जी के खिलाफ उनसे जानवरों की हत्या कराई, ताकि सीन रियल लगे। कभी कछुए की जान ली गई तो कभी बंदर की कुर्बानी दी गई। शूटिंग का आलम ये था कि एक्टर्स सेट पर ही उल्टियां करते, कुछ डिप्रेशन में चले गए।
फिल्म का असर उनकी असल जिंदगी पर भी पड़ा। एक्टर ने रेप सीन शूट करने के बाद अपनी गर्लफ्रेंड से ब्रेकअप कर लिया, क्योंकि उसे खुद से ही नफरत हो गई थी।
जब यह फिल्म रिलीज हुई तो इसकी खूब सराहना हुई, लेकिन फिल्म में इतनी क्रूरता देख फिल्म पर प्रतिबंध की मांग उठी और इसे लगभग 50 देशों में बैन कर दिया गया। फिल्म रिलीज हुई तो 10वें दिन ही बैन हो गई। इसकी सारी रीलें जब्त कर ली गईं।
डायरेक्टर पर एक्टर्स की हत्या के आरोप लगे, गिरफ्तारी हुई और केस भी चला, क्योंकि फिल्म की शूटिंग के बाद से वो एक्टर्स भी गायब थे। बाद में डायरेक्टर ने उन्हें खुद कोर्ट में सबूत के तौर पर पेश किया और मामले में निजात पाई।
बताया जाता है कि फिल्म का निर्माण महज 1 लाख डॉलर में हुआ था और इसका कलेक्शन 200 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया था।