एक्ट्रेस ने आगे लिखा कि ‘उसकी दो और छोटी बहनें स्कूल में अच्छी पढ़ाई और प्रदर्शन कर रही थीं’। सामने आ रही रिपोर्ट के मुताबिक ‘एक साल हो गया है जब बिडेन प्रशासन ने डोनाल्ड ट्रम्प के आदेश पर काम करते हुए अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों को वापस ले लिया था, जिसका परिणा ये हुआ कि तालिबान ने पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया’।
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जोली ने लिखा कि ‘यूएस-तालिबान सौदे या दोहा समझौते ने अमेरिकी सैनिकों के देश से बाहर निकलने और तालिबान द्वारा अफगानिस्तान के बाद के अधिग्रहण की नींव रखी। अफगान सरकार को ध्यान में रखे बिना समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे’। जोली ने अफगानिस्तान के बिगड़ते हालातों के बारे में अपने इस लेख में लिखा ‘रातों-रात, अफगान शरणार्थी समेत उनके परिवार और 14 मिलियन बाकी अफगान महिलाओं और लड़कियों ने हाई स्कूल या यूनिवर्सिटी में जाने का अपना अधिकार, काम करने का अधिकार, और उनकी आवाजाही की स्वतंत्रता खो दी’।
एक्ट्रेस ने अफगान महिलाओं की प्रोसेस पर बात करते हुए लिखा कि ‘एक साल पहले, अफगान महिलाओं ने डॉक्टर, शिक्षक, कलाकार, पुलिस अधिकारी, पत्रकार, न्यायाधीश, वकील और निर्वाचित राजनेताओं के रूप में काम किया था। अफगान बच्चों ने अपने स्कूलों पर बार-बार आत्मघाती हमले किए। उसके बाद उन्होंने तालिबान के तहत अफगान महिलाओं के साथ गलत व्यवहार किया’।
एक्ट्रेस ने आगे लिखा ‘उन्होंने सबके सामने उनकी पिटाई की, राजनीतिक कारावास, अपहरण और तालिबान नेताओं से जबरन शादी जैसे अत्याचार शामिल थे’। जोली ने आगे लिखा कि ‘फिर भी खतरों के बावजूद, अफगानिस्तान में महिलाओं के अधिकारों को उलटने का सबसे बड़ा प्रतिरोध विदेशी शक्तियों से नहीं, बल्कि स्वयं अफगान महिलाओं से आया है, जो सड़कों पर उतर आई हैं’।