चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में हुड्डा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल की विदेश यात्रा पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि निवेश लाने के लिए विदेश यात्रा अच्छा बात है, लेकिन जहां तक उन्हें जानकारी है, संयुक्त अरब अमीरात से निवेश आता नहीं बल्कि वहां निवेश किया जाता है। यदि मुख्यमंत्री दुबई से हरियाणा में निवेश लाने में कामयाब होते हैैं तो यह बड़ी बात होगी।
हुड्डा ने मुख्यमंत्री की पिछली विदेश यात्राओं पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि हैपनिंग हरियाणा में छह लाख करोड़ के निवेश और लाखों नौकरियों का दावा किया गया था। प्रदेश सरकार को श्वेत पत्र जारी कर यह बताना चाहिए कि किस देश से कितना निवेश आया और कितने लोगों को नौकरियां मिली।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा सरकार के कार्यकाल में जातीय दंगे, पुलिस की गोली से मरने वालों की संख्या और दलित उत्पीडऩ के मामले बढ़े हैैं। पुलिस के खिलाफ 2013 में 20 केस थे, जो 2016 में 488 हो गए। पंजाब में पिछले साल 771 और हरियाणा में 1057 कत्ल हुए। सामूहिक दुष्कर्म की पंजाब में 30 और हरियाणा में 191 घटनाएं हुई। दुष्कर्म के 808 केस पंजाब में और हरियाणा में 996 केस दर्ज किए गए।
हुड्डा ने बताया कि महिलाओं के प्रति अपराध के पंजाब में 1025 और हरियाणा में 1860 केस दर्ज हुए। हरियाणा में 2014 में दलित उत्पीडऩ के 475 और 2016 में 639 केस हुए। अपहरण के मामले हरियाणा में 10,591 और पंजाब में 3932 दर्ज किए गए।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि गाय और गीता निसंदेह आस्था के प्रतीक हैैं, लेकिन भाजपा सरकार ने उन्हें राजनीति का जरिया बना लिया। तीन साल में सरकार कोई नया विकास कार्य शुरू नहीं कर पाई। हमारे समय की परियोजनाओं के सिर्फ फीते काटे जा रहे हैैं।
उन्होंने गुजरात और हिमाचल में कांग्र्रेस की जीत का दावा करते हुए कहा कि राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने से कांग्र्रेस पार्टी को देश भर में मजबूती मिलेगी। हुड्डा ने एमपी-एमएलए के लिए शैक्षणिक योग्यता निर्धारित करने के मुख्यमंत्री के पत्र को खारिज करते हुए कहा कि पूरे देश में सौ फीसदी साक्षरता नहीं है। जब एक निरक्षर व्यक्ति को वोट देने का अधिकार है तो एक ऐसे व्यक्ति को चुनाव लडऩे का अधिकार क्यों नहीं हो सकता।