1. पीरियड्स ट्रैक ना रखना
पीरियड्स के दौरान महिलाओं को बहुत सी शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है, परंतु हर महीने पीरियड्स आना भी जरूरी है। क्योंकि अनियमित पीरियड्स महिलाओं में एंडोमेट्रियल कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। हालांकि कभी-कभी पीरियड्स डेट का आगे-पीछे हो जाना सामान्य बात है, लेकिन आपको अक्सर देरी से पीरियड्स आने तथा स्किप होने की समस्या है, तो यह एक गंभीर बात है।
इसके लिए बहुत जरूरी है कि आप अपने पीरियड्स का ट्रैक अवश्य रखें। साथ ही अनियमित पीरियड्स की समस्या होने तथा पीरियड्स स्किप हो जाने पर चिकित्सक से सलाह लेना और हेल्थ चेकअप करवाना आवश्यक होता है।
2. शर्करा युक्त पदार्थों का अधिक सेवन
आपको बता दें कि पीसीओएस की समस्या इंसुलिन रेजिस्टेंस से जुड़ी हुई है तथा जो महिलाएं इस बीमारी से ग्रस्त हैं उनका शरीर शक्कर के प्रति अलग तरह से व्यवहार करेगा। इसलिए लापरवाही बरतने पर आपको डायबिटीज के साथ अन्य समस्याएं भी घेर सकती हैं।
परंतु इसका मतलब यह नहीं है कि आप आर्टिफिशियल शुगर का सेवन करने लगें या फिर हर तरह के शक्कर युक्त पदार्थों को खाना छोड़ दें। आपको बस रिफाइंड शुगर तथा प्रोसैस्ड फूड्स का सेवन कम से कम करना है। जितना हो सके प्राकृतिक खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
3. अधिक समय बैठे रहना
पीसीओएस की समस्या में महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। इस समस्या से ग्रस्त महिला को चाहिए कि मोटापे और हृदय संबंधी रोगों से बचने के लिए सही जीवनशैली अपनाएं। ऐसे में अगर आप भी उन महिलाओं में से एक हैं, जो लंबे समय तक बैठे रहकर काम करती हैं और वॉक या एक्सरसाइज से कोसों दूर हैं, तो यह आपके लिए समस्या पैदा कर सकता है।
ऐसे में किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या से बचने के लिए हल्की-फुल्की एक्सरसाइज और टहलना आपकी मदद कर सकता है। पूरे दिन में केवल आधे घंटे की वॉक और एक्सरसाइज के लिए समय अवश्य निकालें। इसके अलावा आप घर में ही थोड़ी वजनदार चीजों को उठाकर अपनी मांसपेशियों को बेहतर बना सकती हैं। यह एक्टिविटीज ना केवल आपके मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करेंगी बल्कि इंसुलिन रेजिस्टेंस भी बेहतर बनेगा।
4. धूम्रपान करना
यह आदत ना केवल पीसीओएस से ग्रस्त महिला के लिए खराब है, बल्कि हर व्यक्ति के लिए धूम्रपान बहुत हानिकारक होता है। इससे आपको हृदय संबंधी समस्या होने के साथ ही कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने, डायबिटीज, मोटापे जैसी समस्याएं हो सकती हैं। धूम्रपान करने से पीसीओएस से ग्रसित महिलाओं को मेटाबॉलिक सिंड्रोम और अनियमित पीरियड्स की प्रॉब्लम भी हो सकती है।