आंखों को छूने या रगड़ने से बचें: मोतियाबिंद सर्जरी के बाद आंखें बहुत संवेदनशील होती हैं, इसलिए उन्हें छूने या रगड़ने से बचें। इससे आंखों में संक्रमण का खतरा हो सकता है।
आंखों को साफ रखें: हर दिन अपनी आंखों को साफ पानी से धोएं। आप अपनी आंखों को साफ करने के लिए किसी अच्छे नेत्र चिकित्सक द्वारा बताए गए आई ड्रॉप्स का भी उपयोग कर सकते हैं।
धूप से बचें: जब आप बाहर जाएं तो चश्मा या टोपी पहनें ताकि आपकी आंखें धूप से सुरक्षित रहें। धूप से आंखों में जलन और सूखापन हो सकता है।
भारी वजन उठाने से बचें: मोतियाबिंद सर्जरी के बाद भारी वजन उठाने से बचें। इससे आंखों में दबाव बढ़ सकता है और जटिलताएं हो सकती हैं।
तैराकी से बचें: मोतियाबिंद सर्जरी के बाद कम से कम 2 से 4 सप्ताह तक तैराकी से बचें। इससे आंखों में संक्रमण का खतरा हो सकता है।
अपने डॉक्टर द्वारा बताए गए निर्देशों का पालन करें: अपने डॉक्टर द्वारा बताए गए सभी निर्देशों का पालन करें, जैसे कि आई ड्रॉप्स का उपयोग करना और सर्जरी के बाद अपनी आंखों की देखभाल करना।
यदि आपको मोतियाबिंद सर्जरी के बाद कोई भी असामान्यता दिखाई दे, जैसे कि आंखों में दर्द, लालिमा, धुंधला दिखाई देना या प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
आंखों को साफ रखें: हर दिन अपनी आंखों को साफ पानी से धोएं। आप अपनी आंखों को साफ करने के लिए किसी अच्छे नेत्र चिकित्सक द्वारा बताए गए आई ड्रॉप्स का भी उपयोग कर सकते हैं।
धूप से बचें: जब आप बाहर जाएं तो चश्मा या टोपी पहनें ताकि आपकी आंखें धूप से सुरक्षित रहें। धूप से आंखों में जलन और सूखापन हो सकता है।
भारी वजन उठाने से बचें: मोतियाबिंद सर्जरी के बाद भारी वजन उठाने से बचें। इससे आंखों में दबाव बढ़ सकता है और जटिलताएं हो सकती हैं।
तैराकी से बचें: मोतियाबिंद सर्जरी के बाद कम से कम 2 से 4 सप्ताह तक तैराकी से बचें। इससे आंखों में संक्रमण का खतरा हो सकता है।
अपने डॉक्टर द्वारा बताए गए निर्देशों का पालन करें: अपने डॉक्टर द्वारा बताए गए सभी निर्देशों का पालन करें, जैसे कि आई ड्रॉप्स का उपयोग करना और सर्जरी के बाद अपनी आंखों की देखभाल करना।
यदि आपको मोतियाबिंद सर्जरी के बाद कोई भी असामान्यता दिखाई दे, जैसे कि आंखों में दर्द, लालिमा, धुंधला दिखाई देना या प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।