बच्चों में होने वाली इस बीमारी का नहीं है कोई भी ईलाज, समय रहते हो जाएं सावधान
Autism : ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (एएसडी) एक ऐसी स्थिति है, जिसके बारे में कई लोगों को जानकारी नहीं होती। इसी कारण से, अधिकांश लोग अक्सर इसके प्रारंभिक चरण में पहचान नहीं कर पाते हैं। यह एक विकासात्मक विकलांगता है, जिसका निदान प्रायः
Autism : ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (एएसडी) एक ऐसी स्थिति है, जिसके बारे में कई लोगों को जानकारी नहीं होती। इसी कारण से, अधिकांश लोग अक्सर इसके प्रारंभिक चरण में पहचान नहीं कर पाते हैं। यह एक विकासात्मक विकलांगता है, जिसका निदान प्रायः बचपन में किया जाता है। पहले इसे केवल ऑटिज्म के नाम से जाना जाता था, लेकिन अब इसे ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (एएसडी) कहा जाता है। यदि समय पर इसकी पहचान की जाए, तो बच्चों को उचित सहायता प्रदान की जा सकती है।
क्या होती है ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर What is autism spectrum disorder
क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार, ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (एएसडी) एक न्यूरोडेवलपमेंटल स्थिति है, जो प्रायः बचपन में प्रकट होती है। एएसडी के कारण आपके बच्चे की बातचीत और संवाद करने की शैली में परिवर्तन हो सकता है। ऑटिज्म का कोई निश्चित उपचार नहीं है, लेकिन समय के साथ इसके लक्षणों में कमी आ सकती है।
ऑटिज्म (Autism) से पीड़ित बच्चे नजरें मिलाने से बचते रहते हैं।
ऑटिज्म से पीड़ित बच्चे 9 महीने की उम्र तक वह अपने नाम से पुकारे जाने पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देते हैं।
9 महीने की उम्र तक चेहरे पर खुशी, उदासी, गुस्सा और आश्चर्य जैसे भाव नहीं दिखते।
ऑटिज्म होने पर बच्चा 12 महीने की उम्र तक पैट-ए-केक जैसे सरल इंटरैक्टिव गेम नहीं खेल पाता है।
12 महीने का होने के बाद भी वह बहुत कम या बिल्कुल भी इशारों (जैसे बाय कहने के लिए) का इस्तेमाल नहीं करते हैं।
15 महीने के होने पर वह दूसरों को अपनी पसंद या नापसंद नहीं बता पाते हैं।
18 महीने की उम्र तक उनको कुछ भी दिलचस्प दिखाने का मतलब नहीं होता।
2 साल की उम्र का होने पर दूसरों को चोट लगने या परेशान होने पर उनका ध्यान नहीं जाता।
36 महीने यानी 3 साल की उम्र तक वह अन्य बच्चों पर ध्यान नहीं देते और उनके साथ खेलते भी नहीं है।
48 महीने (4 साल) की उम्र का होने पर वह खेलते समय किसी सुपरहीरो जैसा होने का कोई दिखावा नहीं करता
5 साल की उम्र तक पहुंचने के बाद भी वह गाना, डांस करना या एक्टिंग जैसी किसी एक्टिविटी में रूचि नहीं लेते हैं।
किस वजह से होता ऑटिज्म What causes autism
ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं जिसमें से कुछ इस प्रकार है समय से पहले बच्चे का जन्म, जन्म के दौरान कॉम्पिकेशन्स, जन्म के समय बच्चे का कम वजन होना,एक भाई-बहन का ऑटिज्म से पीड़ित होना, कुछ क्रोमोसोनल या जेनेटिक कंडीशन होना, बच्चे के जन्म के समय माता-पिता की उम्र 35 या उससे ज्यादा होना, प्रेग्नेंसी के दौरान पेरेंट्स द्वारा वैल्प्रोइक एसिड या थैलिडोमाइड का इस्तेमाल आदि कुछ प्रमुख कारण शामिल है।
ऑटिज्म से बचा जा सकता है Autism can be prevented
ऑटिज्म का कोई इलाज नहीं है, उसी तरह इसे रोका भी नहीं जा सकता है लेकिन हम कुछ बातो को ध्यान रख कर इसके जोखिम को कम कर सकते हैं जैसे हेल्दी डाइट, रेगुलर एक्सरसाइज, डॉक्टर की दी गई, प्रेग्नेंसी के दौरान शराब से बचे, प्रेग्नेंट होने से पहले जर्मन मीसल्स (रूबेला) वैक्सीन लगवाएं।