
पानी में यदि घुनलशील विटामिन्स कि बात करें तो इसमें विटामिन बी काम्प्लेक्स भी शामिल हैं। विटामिन बी काम्प्लेक्स का सेवन सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होते है। इनके सेवन से शरीर को ढेरों लाभ मिलते हैं। ये इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने से लेकर एनर्जी प्रोवाइड करने तक का काम करता है। ये शरीर में एंजाइम के रूप में काम करते हैं जो भोजन से एनर्जी प्राप्त करने में सहायक होते हैं। विटामिन बी काम्प्लेक्स भी शरीर के लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण होते हैं।
थायमिन: विटामिन बी1
थियामिन की बात करें या विटामिन बी 1 कि बात करें तो ये भोजन से एनर्जी मुक्त करने में सहायक होता है। ये शरीर में सामान्य भूख को बढ़ावा देने का काम करता है और मांसपेशियों को मजबूत करने में भी सक्षम होते हैं। थायमिन कि बात करें तो ये आपको अनेकों चीजों से मिल सकते हैं जैसे कि मछली,मटर ,फली, रेड मीट आदि। सबसे ज्यादा ये साबुत अनाज के सेवन से मिलते हैं। इसलिए आपको अपने डाइट में इन चीजों का सेवन जरूर करना चाहिए। थायमिन की कमी यदि शरीर में हो जाए तो इससे अनेकों नुकसान हो सकते हैं। यदि आप शराब का सेवन ज्यादा करते हैं, एचआईवी जैसी बीमारी से पीड़ित हैं तो ऐसे में बीमारी हो सकती है। इसकी कमी से दिल
कि बीमारियां जैसी गंभीर बीमारी होने का खतरा रहता है। इसलिए इसका विशेष ध्यान देने कि जरूरत होती है।
थियामिन की बात करें या विटामिन बी 1 कि बात करें तो ये भोजन से एनर्जी मुक्त करने में सहायक होता है। ये शरीर में सामान्य भूख को बढ़ावा देने का काम करता है और मांसपेशियों को मजबूत करने में भी सक्षम होते हैं। थायमिन कि बात करें तो ये आपको अनेकों चीजों से मिल सकते हैं जैसे कि मछली,मटर ,फली, रेड मीट आदि। सबसे ज्यादा ये साबुत अनाज के सेवन से मिलते हैं। इसलिए आपको अपने डाइट में इन चीजों का सेवन जरूर करना चाहिए। थायमिन की कमी यदि शरीर में हो जाए तो इससे अनेकों नुकसान हो सकते हैं। यदि आप शराब का सेवन ज्यादा करते हैं, एचआईवी जैसी बीमारी से पीड़ित हैं तो ऐसे में बीमारी हो सकती है। इसकी कमी से दिल
कि बीमारियां जैसी गंभीर बीमारी होने का खतरा रहता है। इसलिए इसका विशेष ध्यान देने कि जरूरत होती है।
राइबोफ्लेविन: विटामिन बी2
राइबोफ्लेविन या विटामिन बी 2 की बात करें तो ये खाद्य पर्दार्थ से एनर्जी को मुक्त करने का काम करता है। और शरीर में इसका सेवन कोशिकाओं का विकास, और कार्य करने कि क्षमता को बढ़ावा देता है। राइबोफ्लेविन के स्रोत की बात करें तो ये अंडे, सब्जयां,दूध आदि में भरपूर मात्रा में पाई जाती हैं। इसलिए रोजाना आपको ऐसी चीजें अपने डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। राइबोफ्लेविन कि यदि कमी है तो इससे अनेकों दिक्कतें हो सकती हैं जैसे कि बालों का झड़ना, आंखों की रोशनी कम होते जाना, स्किन में प्रोब्लेम्स, मोतियाबिंद जैसी गंभीर बीमारियां आदि।
राइबोफ्लेविन या विटामिन बी 2 की बात करें तो ये खाद्य पर्दार्थ से एनर्जी को मुक्त करने का काम करता है। और शरीर में इसका सेवन कोशिकाओं का विकास, और कार्य करने कि क्षमता को बढ़ावा देता है। राइबोफ्लेविन के स्रोत की बात करें तो ये अंडे, सब्जयां,दूध आदि में भरपूर मात्रा में पाई जाती हैं। इसलिए रोजाना आपको ऐसी चीजें अपने डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। राइबोफ्लेविन कि यदि कमी है तो इससे अनेकों दिक्कतें हो सकती हैं जैसे कि बालों का झड़ना, आंखों की रोशनी कम होते जाना, स्किन में प्रोब्लेम्स, मोतियाबिंद जैसी गंभीर बीमारियां आदि।
नियासिन: विटामिन बी3, निकोटिनमाइड, निकोटिनिक एसिड
नियासिन के लिए फ़ूड की बात करें तो ये जानवरों और पेड़-पौधों के स्रोतों के साथ-साथ अलग-अलग प्रकार के खाद्य पदार्थों में मौजूद होती है। नियासिन कि कमी की बात करें तो ये उन लोगों को अधिक होती है जो खाने में प्रोटीन का सेवन बेहद ही कम करते हैं। इसके लक्षण कि बात करें तो स्किन से जुड़ी समस्याएं, पाचन से जुड़ी समस्याएं, और मानसिक भ्र्म जैसी समस्याएं शामिल है।
नियासिन के लिए फ़ूड की बात करें तो ये जानवरों और पेड़-पौधों के स्रोतों के साथ-साथ अलग-अलग प्रकार के खाद्य पदार्थों में मौजूद होती है। नियासिन कि कमी की बात करें तो ये उन लोगों को अधिक होती है जो खाने में प्रोटीन का सेवन बेहद ही कम करते हैं। इसके लक्षण कि बात करें तो स्किन से जुड़ी समस्याएं, पाचन से जुड़ी समस्याएं, और मानसिक भ्र्म जैसी समस्याएं शामिल है।
बायोटिन
बायोटिन कि बात करें तो ये कार्बोहायड्रेट से एनर्जी को मुक्त करने में सहायता करता है। ये खाने में वसा, प्रोटीन और कार्बोहायड्रेट की मात्रा को सही रखने में सहायता करता है। बायोटिन के लिए यदि खाद्य स्रोतों में किडनी, अंडे का सफ़ेद भाग, दूध, दही, ताजी सब्जियां व फल आदि चीजें शामिल हैं। यदि शरीर में बायोटिन की कमी होती है तो इसके ये लक्षण हो सकते हैं इनमें बालों का टूटना,झड़ना,त्वचा में रूखापन, नाखूनों का टूटना आदि।
बायोटिन कि बात करें तो ये कार्बोहायड्रेट से एनर्जी को मुक्त करने में सहायता करता है। ये खाने में वसा, प्रोटीन और कार्बोहायड्रेट की मात्रा को सही रखने में सहायता करता है। बायोटिन के लिए यदि खाद्य स्रोतों में किडनी, अंडे का सफ़ेद भाग, दूध, दही, ताजी सब्जियां व फल आदि चीजें शामिल हैं। यदि शरीर में बायोटिन की कमी होती है तो इसके ये लक्षण हो सकते हैं इनमें बालों का टूटना,झड़ना,त्वचा में रूखापन, नाखूनों का टूटना आदि।