विटामिन ए कि बात करें तो ये शरीर में रोशनी को बनाए रखने में मदद करता है। विटामिन ए कि कमी हो जाए तो इससे शरीर के साथ आंखों में बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए विटामिन ए का सही मात्रा में होना सेहत के लिए बेहद ही जरूरी होता है।
इसके प्रकार
विटामिन ए कि प्रकार की बात करें तो ये अकेला विटामिन नहीं है बल्कि ये भी रेटिनोइड्स नाम का यौगिकों का संग्रह है। कुछ ऐसे भी खाद्य पर्दार्थ होते हैं जो कि रेटिनॉल को प्रदान करते हैं, जिसे सीधे शरीर में विटामिन ए के रूप में ही प्रयोग किया जाता है। विटामिन ए कि फंक्शन कि बात करें तो इसमें पूरे शरीर में कई कामों को करने में मदद करता है, जिनमें कि आंखों कि रोशनी और रोग प्रतिरोधक तंत्र शामिल हैं
लोग विटामिन डी को प्राप्त करते हैं सूरज की रोशनी से या भोजन के द्वारा, बॉडी में विटामिन डी बनाने के लिए आवश्यक यौगिकों को प्राप्त करता है। ये विटामिन डी का उत्पादन करता है। वहीं विटामिन डी त्वचा के लिए जरूरी विटामिनों में से एक है।
विटामिन डी 3- ये जानवरों के वसा में पाया जाता है
विटामिन डी 2- ये पेड़-पौधों में पाया जाता है जैसे कि मशरूम विटामिन डी के फंक्शन कि बात करें तो ये –
हड्डियों के स्वास्थ्य को बनाए रखता है
ये प्रतिरक्षा प्रणाली को समर्थन करता है
विटामिन ई एक ऐसा एंटीऑक्सीडेंट होता है जो शरीर को मुक्त कणों को नष्ट करने में मदद करता है। विटामिन ई के फायदों की बात करें तो ये शरीर को अनेकों तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से बचाने में मदद कर सकता है।
विटामिन ई के आठ रूप हैं लेकिन ओडीएस के अनुसार, केवल अल्फ़ा- टेकोफेराल ही व्यक्तियों की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम होता है। फंक्शन
शरीर को विटामिन ई की आवश्कता के ये कारण है
एक एंटी-ऑक्सीडेंट्स के रूप में
प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देते हैं
वहीं खून में क्लॉटिंग को रोकने में मदद करने के लिए