इसलिए जरूरी है विटामिन डी : Vitamin D Deficiency
- विटामिन-डी कैल्शियम और फास्फोरस के अवशोषण में सहायक होता है, जो हड्डियों और दांतों की मजबूती के लिए आवश्यक हैं। इसकी कमी से बच्चों में रिकेट्स और वयस्कों में ऑस्टियोमलेशिया जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
- विटामिन-डी हमारे प्रतिरक्षा तंत्र को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देता है। यह विभिन्न प्रकार के संक्रमणों से मुकाबला करने में सहायक होता है।
- विटामिन-डी मांसपेशियों के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक है। इसकी कमी के कारण मांसपेशियों में कमजोरी और दर्द उत्पन्न हो सकता है।
- विटामिन-डी हृदय रोगों के जोखिम को घटाने में सहायक हो सकता है।
- विटामिन-डी मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में सहायक होता है। इसकी कमी से अवसाद का जोखिम बढ़ सकता है।
विटामिन डी कमी होने पर दिखते हैं ये लक्षण
- थकान और कमजोरी
- हड्डियों में दर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- बार-बार बीमार पड़ना
- मूड स्विंग्स
- बालों का झड़ना
ऐसे दूर करें विटामिन डी की कमी को
सही डाइट धूप के साथ-साथ आपको अपने आहार पर भी ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है। विटामिन-डी से समृद्ध खाद्य पदार्थों का सेवन करें, जैसे मछली (सालमन, ट्यूना), अंडे, दूध, दही, और कुछ विशेष प्रकार के मशरूम।
पर्याप्त धूप रोजाना धूप लेना आवश्यक है, और इसके लिए सुबह 10 बजे से पहले का समय सबसे उपयुक्त होता है। इसके साथ ही, धूप के हानिकारक प्रभावों से बचने के लिए सनस्क्रीन का उपयोग करना न भूलें।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।