घर में मौजूद हरी पत्तियों के उपयोग से प्राकृतिक उपाय मिलता है और प्राकृतिक उपाय न केवल सुरक्षित हैं, बल्कि बेहद प्रभावी भी होता है। आज हम बात करेंगे कैसे हरी पत्तियों का उपयोग करके डेंगू-मलेरिया (Dengue-Malaria) से बच सकते हैं।
डेंगू-मलेरिया के लिए इन पत्तियों का उपयोग फायदेमंद Use of these leaves is beneficial for Dengue And Malaria
नीम की पत्तियां (Neem leaves) नीम की पत्तियों के आपने कई फायदे सून होगे। आपने इसका उपयोग एलर्जी में भी किया होगा। लेकिन क्या आपको पता है हम नीम की पत्तियों का उपयोग कर (Dengue-Malaria) मच्छरों को भी भगा सकते हैं। नीम की पत्तियों में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो मच्छरों को दूर रखने में मदद करते हैं. नीम के पत्तों को जलाकर उनके धुएं को घर में फैलाने से मच्छर पास नहीं आते। हम नीम के तेल का भी उपयोग कर सकते हैं। नीम के तेल को नारियल तेल में मिलाकर त्वचा पर लगाने से मच्छर काटने से बचा जा सकता है। तुलसी की पत्तियां (Basil leaves) तुलसी का लोग अकसर कई प्रारूपों में उपयोग करते हैं। कोई इसका उपयोग खांसी में करता है तो काई किसी और रूप में लेकिन क्या आप जानते हैं इसका उपयोग मच्छर भगाने में भी किया जाता है। हिन्दू धर्म में तुलसी का धार्मिक महत्व भी होता है। तुलसी के पत्तों का रस निकालकर उसे त्वचा पर लगाने से भी मच्छरों से बचाव हो सकता है। तुलसी की पत्तियों का रस डेंगू और मलेरिया (Dengue-Malaria) से लड़ने में भी मददगार होता है।
पुदीने की पत्तियां (Mint leaves) पुदीने की पत्तियों का उपयोग अकसर लोग किसी व्यंजन स्वाद को भड़ाने के लिए करते हैं। लेकिन पुदीने की पत्तियों में मौजूद मेन्थॉल की गंध मच्छरों को भगाने में मदद करती है। पुदीने की पत्तियों का रस निकालकर इसे पानी में मिलाएं और घर में स्प्रे करें। इससे न केवल मच्छर दूर रहेंगे, बल्कि घर में ताजगी भी बनी रहेगी। आप चाहें तो पुदीने के तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे शरीर पर लगाने से मच्छर दूर रहते हैं और डेंगू-मलेरिया (Dengue-Malaria) का खतरा कम हो जाता है।
लेमनग्रास की पत्तियां (Lemongrass leaves) लेमनग्रास प्राकृतिक मच्छर भगाने वाले पौधें के रूप में जाना जाता है। लेमनग्रास के पत्तों में सिट्रोनेला नामक तत्व पाया जाता है, जो मच्छरों को दूर रखने में मदद करता है। लेमनग्रास की पत्तियों को घर के आस-पास लगाने से मच्छर दूर रहते हैं। लेमनग्रास के तेल का भी उपयोग किया जाता है। इसे त्वचा पर लगाने से मच्छरों का हमला नहीं होता और हम सुरक्षित रह सकते हैं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।