Skin Cancer : कसकर बांधने से उत्पन्न होता है घर्षण, बढ़ता है त्वचा पर दबाव
डॉक्टरों के अनुसार, साड़ी के नीचे पहने जाने वाले पेटीकोट की कमर में कसकर बांधने से त्वचा पर लगातार घर्षण और दबाव बढ़ता है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के बीच साड़ी पहनने का यह तरीका आम है, जिससे त्वचा पर अत्यधिक दबाव और क्रोनिक इंफ्लामेशन होती है, और लंबे समय तक ऐसा रहने पर त्वचा कैंसर (Skin Cancer) का खतरा पैदा होता है।
केस स्टडी: ‘पेटीकोट कैंसर’ का कारण बना साड़ी बांधने का तरीका
अध्ययन में दो महिलाओं का उदाहरण दिया गया है, जिन्होंने त्वचा कैंसर (Skin Cancer) के इस प्रकार का अनुभव किया। पहली महिला, 70 वर्षीय, जो लगभग 18 महीने से अपनी दाईं कमर पर एक न भरने वाला घाव से पीड़ित थीं। उन्हें ‘मरजोलिन अल्सर’ (Marjolin ulcer) के रूप में एक प्रकार का स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा (Ulcerating skin cancer) पाया गया। दूसरी महिला ने भी अपने लंबे समय से चले आ रहे इसी तरह के घाव के लिए चिकित्सा सहायता ली, और उनमें भी त्वचा कैंसर (Skin Cancer) की पुष्टि हुई। यह भी पढ़ें :
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मरजोलिन अल्सर एक दुर्लभ लेकिन आक्रामक त्वचा कैंसर (Skin Cancer) है, जो पुराने जले हुए घावों, न भरने वाले घावों या लंबे समय से चले आ रहे अल्सर में विकसित हो सकता है। डॉक्टरों के अनुसार, त्वचा के घाव में लगातार घर्षण और सूजन से इसका खतरा बढ़ जाता है।
विशेषज्ञों की सलाह: ढीले कपड़े पहनें, साड़ी का पेटीकोट ढीला बांधें
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का सुझाव है कि अगर कमर पर घाव या त्वचा की समस्या होती है, तो साड़ी के पेटीकोट को ढीला पहनें ताकि त्वचा पर दबाव कम हो। समय-समय पर साड़ी को बांधने के तरीके पर ध्यान दें, और जरूरत महसूस हो तो हल्के व ढीले कपड़े पहनें ताकि त्वचा को ठीक होने का अवसर मिल सके। यह भी पढ़ें :
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डॉक्टरों के अनुसार, लगातार और कसकर साड़ी बांधने से त्वचा (Skin Cancer) को नुकसान हो सकता है। इसलिए, इसे ढीला पहनना और स्वस्थ जीवनशैली का पालन करना जरूरी है ताकि त्वचा पर किसी तरह की समस्या न आए और कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचा जा सके।