scriptवर्तमान पीढ़ी पिछली पीढ़ी की तुलना में अधिक तनावग्रस्त : डॉ. सोमनाथ | Patrika News
स्वास्थ्य

वर्तमान पीढ़ी पिछली पीढ़ी की तुलना में अधिक तनावग्रस्त : डॉ. सोमनाथ

मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर ऐसी चीज से निपटते हैं जो प्रकाश से भी तेज है और वह है मन। प्रकाश की गति की तरह मन की गति स्थिर नहीं होती है। लोग कहते हैं कि अंतरिक्ष यात्री के रूप में हमने चंद्रमा पर विजय प्राप्त की है, लेकिन मनोचिकित्सक ही हैं, जो मन को शांत रखते हैं।

बैंगलोरOct 04, 2024 / 08:29 pm

Nikhil Kumar

-निम्हांस ने मनाया 27वां दीक्षांत समारोह

बेंगलूरु.

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन Indian Space Research Organisation (इसरो) में हम मशीनों के साथ काम करते हैं, लेकिन उनके पास अपना दिमाग नहीं होता और हमें उन मशीनों या रॉकेटों के मनोविज्ञान के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। लेकिन अब किसी तरह लोग मशीनों के अंदर चले गए हैं और वे अंतरिक्ष यात्री Astronaut हैं। मशीनों के साथ लोगों का संपर्क एक जटिल समस्या बन गया है। यह एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण समस्या है। तनाव और मनोवैज्ञानिक समस्या उत्पन्न होना स्वाभाविक है। इससे निपटने में मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों की भूमिका अहम होगी।ये बातें अंतरिक्ष विभाग के सचिव डॉ. एस. सोमनाथ Dr. S. Somnath ने गुरुवार को कही। वे राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं स्नायु विज्ञान संस्थान (निम्हांस) सभागार में निम्हांस के 27वें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे।
शांतिपूर्ण के बदले बनाई तनावपूर्ण दुनिया

उन्होंने कहा कि वर्तमान पीढ़ी पिछली पीढ़ी की तुलना में अधिक तनावग्रस्त है। हमने अपने कार्यों से एक शांतिपूर्ण दुनिया की तुलना में एक तनावपूर्ण दुनिया बनाई है। तकनीकी हस्तक्षेप से जीवन अधिक बेहतर हो जाता है, लेकिन साथ ही एक तनावपूर्ण स्थिति भी पैदा होती है। हम जो कुछ भी करते हैं, उससे एक तनावपूर्ण स्थिति पैदा होती है और यह एक बहुत ही अनूठा मुद्दा है।
चंद्रमा भी मन से जुड़ा

सोमनाथ ने कहा, मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर ऐसी चीज से निपटते हैं जो प्रकाश से भी तेज है और वह है मन। प्रकाश की गति की तरह मन की गति स्थिर नहीं होती है। लोग कहते हैं कि अंतरिक्ष यात्री के रूप में हमने चंद्रमा पर विजय प्राप्त की है, लेकिन मनोचिकित्सक ही हैं, जो मन को शांत रखते हैं। एक तरह से चंद्रमा भी मन से जुड़ा हुआ है।
अत्याधुनिक पॉली ट्रॉमा सेंटर समय की मांग

दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता कर रहे निम्हांस के उपाध्यक्ष और चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. शरण प्रकाश पाटिल ने कहा, निम्हांस में बाह्यरोगियों की क्षमता अपनी सीमा तक पहुंच गई है और एक नए बाह्यरोग ब्लॉक का प्रस्ताव रखा गया है। कल्याणहल्ली में एक उत्तरी परिसर भी है, जहां हम केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय से अत्याधुनिक पॉली ट्रॉमा सेंटर के लिए धन स्वीकृत करने का अनुरोध कर रहे हैं। यह काफी समय से लंबित है और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री और निम्हांस के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के सक्रिय हस्तक्षेप से मुझे उम्मीद है कि यह जल्द ही एक वास्तविकता बन जाएगा।
हमारी यात्रा व्यक्तिगत उपलब्धियों के बारे में नहीं

उन्होंने कहा कि चिकित्सक बनने के साथ साथ ही समर्पण और करुणा के साथ समाज की सेवा करने की बड़ी जिम्मेदारी भी शुरू होती है। एक स्वास्थ्य सेवा पेशेवर के रूप में हमारी यात्रा व्यक्तिगत उपलब्धियों के बारे में नहीं है, बल्कि उन लोगों के जीवन में सार्थक प्रभाव डालने की सामूहिक जिम्मेदारी के बारे में है, जो आपके कमजोर हैं। मानसिक स्वास्थ्य देखभाल में सबसे उल्लेखनीय उपलब्धियों में से एक राष्ट्रीय टेली मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम का शुभारंभ है, जिसे वर्ष 2022 में केंद्रीय बजट में पेश किया गया है। टेली मानस को पहले ही पूरे भारत में 14 लाख से अधिक कॉल प्राप्त हो चुके हैं। दूर दराज और वंचित क्षेत्रों में व्यक्तियों के लिए मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच आसान हुई है। कर्नाटक में दो पूरी तरह से चालू टेली मानस सेल हैं।
अब न्यूरोलॉजिकल सेवाएं भी अधिक सुलभ

कर्नाटक मस्तिष्क स्वास्थ्य पहल पूरे राज्य में न्यूरोलॉजिकल देखभाल में सुधार पर केंद्रित है। इसकी वजह से न्यूरोलॉजिकल सेवाएं अधिक सुलभ हो गई हैं। स्ट्रोक और न्यूरो ट्रॉमा प्रोजेक्ट के लिए तीव्र देखभाल हुब्बल्ली के किम्स में शुरू की गई थी और जल्द अन्य मेडिकल कॉलेजों में विस्तारित किया जाएगा।
7000 से ज्यादा लोगों की बची जिंदगी

डॉ. पाटिल ने कहा कि कोविड महामारी ने मानसिक स्वास्थ्य संकट को बढ़ा दिया है। निम्हांस ने इससे निपटने में लाखों लोगों की मदद की। 2022 से राज्य के स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से निम्हांस ने बेंगलूरु के पांच जनरल अस्पतालों में 7,000 से अधिक ऐसे लोगों की काउंसलिंग कर उनकी जान बचाई, जिन्होंने खुद को नुकसान पहुंचाने या बार-बार आत्महत्या की कोशिश की।
कुशल और दयालु स्वास्थ्य सेवा प्रदाता बनें

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री और निम्हांस के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि निम्हांस के पूर्व छात्र पूरी दुनिया में मानसिक स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। मरीजों के हितों को सर्वोपरि रखने का निम्हांस का दर्शन हमेशा यह सुनिश्चित करेगा कि आप सभी कुशल और दयालु स्वास्थ्य सेवा प्रदाता बनें। निम्हांस राष्ट्रीय महत्व का पहला संस्थान है, जिसे एनएबीएच मान्यता प्राप्त हुई है। स्वास्थ्य संवर्धन के लिए निम्हांस का नेल्सन मंडेला पुरस्कार से सम्मानित होना पूरे देश के लिए गर्व की बात है।572 छात्रों को विभिन्न डिग्री और प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। समारोह में 38 मेधावी छात्रों को उत्कृष्टता पुरस्कार और पदक भी प्रदान किए गए। निम्हांस Nimhans की निदेशक डॉ. प्रतिमा मूर्ति ने निम्हांस की वार्षिक रिपोर्ट पेश की।

Hindi News / Health / वर्तमान पीढ़ी पिछली पीढ़ी की तुलना में अधिक तनावग्रस्त : डॉ. सोमनाथ

ट्रेंडिंग वीडियो