इस तरह की समस्या में आपको जो लक्षण देखने को मिलती है वह इस प्रकार हैं ठंड और बुखार – इस वायरस के होने पर ठंड लगने के साथ ही बुखार आता है। बुखार कम या अधिक हो सकता है। इस वायरस के बढ़ते ही बुखार भी बढ़ता चला जाता है।
गले में कफ का जमाव – इन्फ्लूएंजा वायरस में गल में कफ जम जाता है, जिसके चलते कुछ भी निगलने में तकलीफ होती है। सांस लेने में परेशानी होती है। इसके साथ ही बहुत छींक आती हैं।
सिर दर्द— सिर फटना और सिर दर्द होना कुछ जरूरी लक्षण में से एक हैं।
अदरक का सेवन
वायरस होने के चलते बुखार होता है। जिसके चलते पानी की कमी हो जाती है।साथ ही आप कोशिश करें की हर बार अदरक को किसी न किसी प्रकार से अपने खाने में जरूर शामिल करें। इससे शरीर में पानी की पूर्ति होने के साथ हीं साइनस में फायदा करता है।
अदरक का सेवन
वायरस होने के चलते बुखार होता है। जिसके चलते पानी की कमी हो जाती है।साथ ही आप कोशिश करें की हर बार अदरक को किसी न किसी प्रकार से अपने खाने में जरूर शामिल करें। इससे शरीर में पानी की पूर्ति होने के साथ हीं साइनस में फायदा करता है।
साफ सफाई—स्वच्छता पर ध्यान दें इन्फ्लूएंजा वायरस हो जाने पर सबसे पहले तो स्वच्छता पर ध्यान दें। जैसे खाना खाने से पहले हाथों को जरूर धोएं। इसके अलावा शरीर को अधिक से अधिक आराम दें।
कैसे करें जांच की कोरोना तो नहीं
जिन लोगों को सर्दी-जुकाम या फ्लू होता है उनमें बीमारी के लक्षण आम तौर पर 1 से 4 दिन के अंदर डिवेलप होने लगते हैं । तो वहीं कोरोना के लक्षणों को सामने आने में 1 से 14 दिन का समय लगता है।फ्लू के लक्षण अचानक ही दिखने लगते हैं तो वहीं, कोरोना और कोल्ड यानी सर्दी जुकाम के लक्षण धीरे-धीरे बढ़ते हैं।
जिन लोगों को सर्दी-जुकाम या फ्लू होता है उनमें बीमारी के लक्षण आम तौर पर 1 से 4 दिन के अंदर डिवेलप होने लगते हैं । तो वहीं कोरोना के लक्षणों को सामने आने में 1 से 14 दिन का समय लगता है।फ्लू के लक्षण अचानक ही दिखने लगते हैं तो वहीं, कोरोना और कोल्ड यानी सर्दी जुकाम के लक्षण धीरे-धीरे बढ़ते हैं।