क्या आपको भी अधिक काटते है मच्छर, तो अपने नहाने के साबुन को बदल दीजिए
एक नए अध्ययन का दावा है कि सेमी-एसेंशियल अमीनो एसिड टॉरिन (Taurine may slow ageing process) उम्र बढ़ने को धीमा कर सकता है। जबकि तत्व मनुष्यों में मौजूद है। अध्ययन जानवरों पर किया गया था और यह शारीरिक परिवर्तनों से जुड़ा है। टॉरिन मानव शरीर में और मांस, डेयरी और मछली जैसे कुछ खाद्य पदार्थों में उत्पन्न होता है।हीटवेव के दौरान बढ़ सकती है पेट और सांस की समस्या, बचने के लिए इन उपायों का पालन करें
टॉरिन की खुराक प्राप्त करने वाले चूहों पर प्रयोग करने के एक साल बाद, शोधकर्ताओं ने पाया कि इस अमीनो एसिड ने मादा चूहों में औसत जीवनकाल में 12 प्रतिशत और नर चूहों में 10 प्रतिशत (सात से आठ मानव वर्ष) की वृद्धि की।चेहरे से लेकर हाथ-पैर तक में आ रही सूजन, पहचानें किस बीमारी का है संकेत
रीसस बंदरों में टीम ने पाया कि टॉरिन ने वजन बढ़ने से रोका, रीढ़ और पैरों में हड्डियों का घनत्व बढ़ाया और उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली के स्वास्थ्य में सुधार किया। जबकि मनुष्यों में टॉरिन (Taurine Amino Acids) की खुराक का प्रभाव अभी भी अज्ञात है। शोधकर्ताओं ने कहा कि उनके द्वारा किए गए दो प्रयोगों के परिणामों ने वृद्धावस्था को धीमा करने के लिए टॉरिन की क्षमता को दिखाया।Fertility problems in men : इन चीजों को खाएंगे तो नहीं बन पाएंगे पिता, आज ही कर दीजिए बंद
विजय यादव ने कहा, “परिणाम इस संभावना के अनुरूप हैं कि टॉरिन की कमी मानव उम्र बढ़ने में योगदान करती है। शोधकर्ताओं ने कहा कि यह परीक्षण करने के लिए कि क्या टॉरिन (Taurine Amino Acids) की कमी मनुष्यों में उम्र बढ़ने का एक चालक है। दीर्घकालिक अच्छी तरह से नियंत्रित टॉरिन पूरकता परीक्षण जो स्वास्थ्य अवधि और जीवन काल को मापते हैं की आवश्यकता होती है।एमिनो एसिड (Taurine Amino Acids)का इस्तेमाल आपके शरीर के हर कोशिका में किया जाता है ताकी आप जीवित रह सके। सभी जीवों को कुछ प्रोटीन की आवश्यकता होती है, चाहे वे मांसपेशियां हो या फिर कोशिका। हमारे कोशिकाओं, मांसपेशियों और ऊतकों का एक बड़ा हिस्सा अमीनो एसिड का ही बना होता है, जिसका अर्थ है कि वे कई महत्वपूर्ण शारीरिक कार्यों को पूरा करते हैं।
Balance Navel Displacement By Yoga Poses: नाभि खिसकने की समस्या को योगासनों द्वारा बड़ी आसानी से करें दूर
अमीनो एसिड के कार्य functions of amino acids– ये प्रोटीन्स की एकलकी इकाइयों (monomeric units) का काम करते हैं.
– इनकी पार्श्व श्रंखलाओं (R समूहों) पर प्रोटीन्स की आक्रति, प्रक्रति, लोच और दृढ़ता, स्थिरता, रसायनिक अभिक्रियाशीलता, आदि निर्भर करती हैं.
– आवश्यकतानुसार प्रोटीन्स (H+) को देकर या लेकर ये अम्ल-क्षार संतुलन बनाए रखते हैं।
High Cholesterol Symptoms: पैर की उंगलियों पर स्किन से बदबूदार मवाद हाई कोलेस्ट्रॉल का लक्षण हो सकता है
अमीनो एसिड की कमी होने के कारण – Causes of Amino Acids Deficiency– गंभीर बीमारी या चोट जैसी स्थितियों के दौरान नॉन एसेंशिअल अमीनो एसिड की कमी हो सकती है।
– अल्पपोषण की वजह से अमीनो एसिड की कमी हो सकती है।
– अमीनो एसिड और प्रोटीन से भरपूर आहार का कम सेवन करना।
– शरीर में प्रोटीन का अवशोषित न हो पाना।
– पाचन तंत्र के द्वारा अमीनो एसिड का सही तरह उपयोग न कर पाना।