बच्चों के दांत बच्चों के दांत निकलने की शुरआत 6 महीने से 8 महीने के बीच हो जाती है और दो साल तक बच्चों के सभी दांत निकल जाते हैं। बच्चों के कुल 20 दूध के दांत होते हैं, जो अलग-अलग समय पर निकलते हैं। बच्चों के दूध के दांत 6 से 7 साल की उम्र में टूटने शुरू हो जाते हैं और आखिरी दांत 12 साल की उम्र तक टूट जाता है।
किस करने से हो सकती है कैविटी मुंह साफ न रखने से दांतों में कैविटी हो जाती है। बहुत कम लोग इस बारे में जानते हैं कि किस करने से भी दांतों में कैविटी हो सकती है। किस करने के दौरान सलाइवा में मौजूद स्ट्रेप्टोकोकस म्यूटने नामक बैक्टीरिया जब एक व्यक्ति के मुंह से दूसरे व्यक्ति के मुंह में जाता है इससे दांतों में कैविटी पैदा हो सकती है।
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दांतों के प्रकार और उनके काम मनुष्य के दांत चार प्रकार के होते हैं। पहला – छेदक (Incisor), जो काटने का काम करते हैं। दूसरा – भेदक (Canine), जो फाड़ने का काम करते हैं। तीसरा –अग्रचर्वणक (Premolar) और चौथा – चर्वणक (Molar), जो चबाने के काम में आते हैं। मनुष्य को दो बार आते हैं दांत मनुष्य अपने पूरे जीवनकाल में दो सेट दांत प्राप्त करता है। पहला सेट बचपन में आता है जिसे दूध के दांत कहते हैं इस सेट में केवल 20 दांत ही आते हैं। दूध का दांत टूट जाने के बाद स्थायी दांत आता है जो मनुष्य में पूरे जीवन काल तक रहता है। लेकिन बढ़ते उम्र के साथ यह दांत भी टूट जाता है।
मसूड़ों से खून आना अगर आपके दांत पीले व सड़े हैं तो आपको मसूड़ों से खून आने की समस्या से भी जूझना पड़ सकता है। दांत कमजोर होने की वजह से मसूड़ों से खून आने लगता है। जिससे मुँह में छाले और सांस की बदबू की समस्या भी सामने आती है।
मुंह में मौजूद सलाइवा किसी भी स्वस्थ व्यक्ति के मुंह में प्रतिदिन 1000 से 1500 मिलीलीटर लार बनती है जो दांतों को हानिकारक बैक्टीरिया से बचाने में और आपके भोजन को पचाने के कारगर होता है। इसके साथ यह आपको कैविटी से भी छुटकारा दिलाता है।
शरीर का सबसे मजबूत हिस्सा है दांत दांत बाहर से बहुत सख्त और अंदर से थोड़ा नरम होते हैं। यह आपके पूरे शरीर का सबसे कठोर हिस्सा होता है। यह आपके हड्डीयों से भी ज्यादा मजबूत होता है।
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