नींबू के रस में ऐस्कॉर्बिक एसिड या विटामिन सी बहुत अधिक पाया जाता है जो किडनी में यूरिन के उत्पादन को बढ़ाता है जिससे शरीर में जमा अतिरिक्त नमक और फ्लूइड्स को बाहर निकालने में मदद मिलती है। लेकिन अगर नींबू का ज्यादा इस्तेमाल किया जाए जो बार-बार पेशाब के लिए जाना होगा जिससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है। इसलिए कम मात्रा में ही नींबू पानी पिएं।
यह भी पढ़े: अल्सर से लेकर कब्ज और खून की कमी जैसी बीमारियों में गुलकंद है लाभकारी, प्रेग्नेंसी और गर्मी में जरूर खाएं
नींबू पानी डाइयुरेटिक होता है जिससे यूरिनेशन की दिक्कत बढ़ जाती है। यानी नींबू पानी का ज्यादा सेवन करने से बार-बार पेशाब जाने की स्थिति बनती है जिसकी वजह से आपको डिहाइड्रेशन हो सकता है।
अगर आप हर सुबह बड़ी मात्रा में नींबू का रस लेते हैं, तो इसका आपकी हड्डियों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। नींबू को धीरे-धीरे जोड़ों में तेल को अवशोषित करने के लिए कहा जाता है जो भविष्य की तारीख में हड्डी की समस्याओं का कारण बन सकता है।
कई बार लोग खाना पचाने के लिए नींबू के रस का सेवन करते हैं क्योंकि इसका एसिड पाचन में मदद करता है। पर पेट में ज्यादा एसिड हो जाने की वजह से पेट खराब हो सकता है। नींबू को हमेशा खाने में मिलाकर ही खाएं।
यह भी पढ़े: गर्मी में कच्चे आम के हैं ये 5 फायदे, पानी की कमी और पेट की समस्याएं होंगी दूर
नींबू बहुत अधिक अम्लीय होते हैं, इसलिए बार-बार दांतों पर लगने की वजह से ये टूथ इनैमल को खराब कर देते हैं। अगर आप नींबू पानी के बिना नहीं रह सकते हैं तो इसे स्ट्रॉ से पीने की कोशिश करें। इससे दांत एसिड के सीधे संपर्क में आने से बचेंगे। नींबू पानी पीने के तुरंत बाद अपने दांतों को ब्रश करने से बचें। नींबू पानी पीने के बाद एक ग्लास सादा पानी पीना चाहिए।