इस रिसर्च में पाया गया कि जो लोग नमक के विकल्प का इस्तेमाल करते थे, उनमें हाई ब्लड प्रेशर होने का खतरा उन लोगों से 40% कम था जो आम नमक खाते थे। ये विकल्प वाला नमक थोड़ा अलग होता है। इसमें थोड़ा सोडियम क्लोराइड (आम नमक) होता है, लेकिन बाकी हिस्सा पोटेशियम क्लोराइड और स्वाद बढ़ाने वाले पदार्थ जैसे मशरूम, नींबू, मसाले या समुद्री शैवाल से मिलकर बना होता है।
इस रिसर्च में इस्तेमाल किए गए नमक के विकल्प में 62.5% सोडियम क्लोराइड, 25% पोटेशियम क्लोराइड और 12.5% सूखे खाने का मसाला था। आप चाहें तो लहसुन, नींबू का छिलका, काली मिर्च, प्याज पाउडर, सिरका, लाल शिमला मिर्च, अदरख, डिल, दालचीनी आदि का इस्तेमाल करके घर पर भी स्वादिष्ट नमक का विकल्प बना सकते हैं।
इस रिसर्च से पता चलता है कि सिर्फ नमक कम करने से ज्यादा कारगर तरीका है नमक के विकल्प का इस्तेमाल करना। रिसर्च के प्रमुख लेखक डॉ. यांगफेंग वू कहते हैं कि, “अक्सर लोग डिब्बाबंद और सस्ते खाने से ज्यादा नमक ले लेते हैं। हमें खाने पर ध्यान देना होगा और कम नमक वाले विकल्पों के बारे में लोगों को बताना होगा।”
ये रिसर्च चीन के बुजुर्गों पर की गई थी, जो केयर सेंटर में रहते थे। 611 लोगों को दो ग्रुप में बांटा गया। एक ग्रुप को आम नमक की जगह विकल्प दिया गया और दूसरे को आम नमक ही दिया गया।
दो साल बाद देखा गया कि नमक के विकल्प वाले ग्रुप में हाई ब्लड प्रेशर का खतरा 40% कम था। अच्छी बात ये रही कि इस विकल्प से ब्लड प्रेशर बहुत कम नहीं हुआ, जो बुजुर्गों के लिए चिंता का विषय होता है।
डॉ. वू कहते हैं कि ये रिसर्च ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में बड़ी कामयाबी है। इससे लोग स्वादिष्ट खाना खाते हुए भी अपनी सेहत का ख्याल रख सकते हैं और दिल की बीमारियों का खतरा कम कर सकते हैं। उनका मानना है कि ये विकल्प हाई ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारियों को रोकने और कंट्रोल करने में मददगार हो सकता है।