कार्डियक अरेस्ट के कारण (Causes of Cardiac Arrest) दिल का दौरा कार्डियक अरेस्ट के कारण हो सकता है। जब हार्ट की गति बहुत तेज हो जाती है,धमनियों तक खून या ऑक्सीजन का पहुंचना बंद हो जाता है, अचानक व्यक्ति नीचे गिरकर बेहोश हो जाता है, तभी उसे अरेस्ट आता है। उसकी नाड़ी चलनी बंद हो जाती है। उसे तुरंत इलाज की आवश्यकता होती है।
नशीली दवाओं का अधिक मात्रा में सेवन करना।
हाइपोथर्मिया – शरीर का तापमान बहुत कम होना।
बड़ी मात्रा में खून बह जाना
बिजली का झटका लगना।
गंभीर इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन – कुछ रसायनों का बहुत अधिक या बहुत कम स्तर जिनकी हृदय को ठीक से धड़कने के लिए आवश्यकता होती है।
ऑक्सीजन की कमी होना
सीने में बेचैनी।
सांस लेने में कठिनाई।
कमजोरी होना, थकान पसीना आना
दिल का तेजी से धड़कना
हाइपोथर्मिया – शरीर का तापमान बहुत कम होना।
बड़ी मात्रा में खून बह जाना
बिजली का झटका लगना।
गंभीर इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन – कुछ रसायनों का बहुत अधिक या बहुत कम स्तर जिनकी हृदय को ठीक से धड़कने के लिए आवश्यकता होती है।
ऑक्सीजन की कमी होना
सीने में बेचैनी।
सांस लेने में कठिनाई।
कमजोरी होना, थकान पसीना आना
दिल का तेजी से धड़कना
क्या करें (What to do After cardiac Arrest) किसी इंसान को कार्डियक अरेस्ट आया है तो तुरंत उसे किसी एक्सपर्ट द्वारा कार्डियोपल्मोनरी रेसस्टिसेशन (CPR) दिया जाना चाहिए, इससे दिल की धड़कन को पूरी तरह से नियंत्रण में आ जाती है , अगर ऐसा नहीं हुआ तो व्यक्ति की तुरंत मौत हो जाती है। मरीज के सीने को जोर जोर से दबाएं और हांथों को रगड़ें।
बचाव (Treatment)
सबसे जरूरी बचाव है आप स्वस्थ्य खाना खाएं
दिल का ख्याल रखें
सिगरेट-शराब का सेवन न करें
कोलेस्ट्रॉल, बीपी और डाइबिटीज से दूर रहें
योगा और एक्सरसाइज करें
रोजाना मेडिटेशन करें
तनाव कम लें
सबसे जरूरी बचाव है आप स्वस्थ्य खाना खाएं
दिल का ख्याल रखें
सिगरेट-शराब का सेवन न करें
कोलेस्ट्रॉल, बीपी और डाइबिटीज से दूर रहें
योगा और एक्सरसाइज करें
रोजाना मेडिटेशन करें
तनाव कम लें