-साँस लेने और छोड़ने में जल्दबाजी का मतलब है की आप न सही ढंग से आक्सीजन लेना पा रहे है और न ही सही ढंग से कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ पा रहे हैं। आप फेफड़े के बस उपरी हिस्से का इस्तेमाल कर रहे है।
– दिमाग के स्थिरता के लिए हमें जरूरी है की हम धीरे धीरे साँस लें इससे हमारा मस्तिष्क भी शांत रहता है और व्यक्ति को आयु भी लम्बी मिलती है।
-आपका पहला उद्देश्य अपने साँस को नियंत्रित करने का होना चाहिय।
-साँस को धीमें और नियंत्रित ढंग से लेना चाहिए मगर साथ में इस बात का ख्याल भी रखना चाहिए की आप साँस को नियमित तरीके से छोडें भी ताकी इस दोनों हवा के बीच एक संतुलित संयम बने रहे।