सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में नई स्टडी के बारे में बताते हुए बहल ने कहा कि कुछ साल पहले उन्हें प्रोटीन पाउडर (Protein powder) लेने की सलाह दी गई थी। स्नैपडील के सह-संस्थापक ने कहा, “मैंने यह सोचकर एक बहुत ही प्रसिद्ध भारतीय ब्रांड का प्रोटीन पाउडर (Protein powder) लिया कि यह सुरक्षित होगा।”
लेकिन छह-आठ हफ्तों के अंदर इसने उनकी “सेहत को गंभीर रूप से खराब कर दिया।” उन्होंने X पर पोस्ट किया, “शुक्र है, पाउडर (Protein powder) लेना बंद करने के बाद मेरी तबीयत ठीक हो गई। कृपया बहुत सावधान रहें।”
जर्नल मेडिसिन में प्रकाशित एक नए अध्ययन के अनुसार, प्रोटीन पाउडर, जिनमें विटामिन, मिनरल और अन्य प्राकृतिक या सिंथेटिक तत्वों वाले हर्बल और डाइटरी सप्लीमेंट शामिल हैं, से लिवर खराब होने का खतरा हो सकता है।
अध्ययन में पाया गया कि “प्रोटीन पाउडर (Protein powder) में अक्सर गलत जानकारी दी जाती है और इनमें क्या होता है, यह छिपाया जाता है। इस स्व-वित्त पोषित पारदर्शी अध्ययन में, हमने भारत में लोकप्रिय प्रोटीन पाउडर (Protein powder) का बड़े पैमाने पर विश्लेषण किया ताकि औद्योगिक मानकों के आधार पर संभावित रूप से लिवर को नुकसान पहुंचाने वाले पदार्थों की पहचान की जा सके।”
अध्ययन में पाया गया कि कई बड़े ब्रांडों के प्रोटीन पाउडर में लेड और आर्सेनिक जैसी हानिकारक भारी धातुएं पाई गईं, और कुछ में लिवर को नुकसान पहुंचाने वाले हर्बल अर्क भी शामिल थे।
(आईएएनएस)