पूनम ने अपनी मौत की झूठी खबर फैलाने के लिए अपनी पीआर टीम और डॉक्टरों की मदद ली। उन्होंने कहा कि उनका सर्वाइकल कैंसर से निधन हो गया है। लेकिन कुछ ही दिनों बाद उन्होंने एक वीडियो पोस्ट कर बताया कि वो जिंदा हैं और ये सब सिर्फ जागरूकता फैलाने के लिए किया था।
इस हरकत के बाद सोशल मीडिया पर पूनम की जमकर आलोचना हो रही है। लोगों का कहना है कि उन्होंने एक गंभीर बीमारी को हल्के में लिया और लोगों की भावनाओं से खेला। गौरतल महत्त्वपूर्ण है कि भारत में सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में दूसरा सबसे आम कैंसर है। हर साल हजारों महिलाएं इसकी चपेट में आती हैं। ऐसे में पूनम के इस स्टंट को गैरजिम्मेदाराना माना जा रहा है।
लोगों का कहना है कि भले ही उनका मकसद नेक था, लेकिन तरीका गलत था। गंभीर बीमारियों को लेकर इस तरह के नाटकों से जागरूकता नहीं फैलती, बल्कि उल्टा गलत संदेश जाता है।