62 वर्षीय रिक स्लेमन को अमेरिका के मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल में मार्च महीने में सुअर की किडनी ट्रांसप्लांट की गई थी। रिक को किडनी की गंभीर बीमारी थी। अस्पताल के मुताबिक यह ऑपरेशन एक बड़ी उपलब्धि थी। इसे ज़ीनोट्रांसप्लांटेशन कहते हैं। इसमें एक जीव से दूसरे जीव में अंग या टिश्यू ट्रांसप्लांट किया जाता है। अस्पताल को उम्मीद थी कि इससे दुनियाभर में किडनी की कमी को दूर किया जा सके।
हालांकि, अस्पताल ने बताया है कि रिक की मौत का संबंध किडनी ट्रांसप्लांट से नहीं है। यह भी पढ़ें – गोरापन पाने के चक्कर में खराब हो रहीं किडनियां? फेयरनेस क्रीम के चौंकाने वाले सच
रिक के परिवार ने कहा, “हमारे प्यारे रिक के अचानक जाने से हम गहरे दुखी हैं, लेकिन इस बात से हमें थोड़ी शान्ति मिलती है कि उन्होंने बहुत से लोगों को प्रेरित किया।” परिवार ने रिक की देखभाल करने वाले डॉक्टरों का भी शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा, “उनकी मेहनत की वजह से हमें रिक के साथ सात और हफ्ते बिताने का मौका मिला। ये यादें हमेशा हमारे दिलों में रहेंगी।”
यह किडनी एक ऐसे सुअर से ली गई थी जिसके शरीर में बदलाव किए गए थे। सुअर के नुकसानदेह जीन को निकाल दिया गया था और उसकी जगह इंसानों के कुछ अच्छे जीन डाले गए थे ताकि किडनी हमारे शरीर के साथ आसानी से काम कर सके। वैज्ञानिकों ने इस सुअर में मौजूद किसी भी तरह के वायरस को भी खत्म कर दिया था ताकि इंसानों को कोई इंफेक्शन न हो।
ह भी पढ़ें – Suar ki Kidney प्रत्यारोपण की सफलता! व्यक्ति अस्पताल से हुआ डिस्चार्ज अस्पताल ने रिक की मौत पर शोक जताते हुए कहा, “हमें इस बात का कोई संकेत नहीं मिला है कि उनकी मौत हाल ही में हुए ट्रांसप्लांट से जुड़ी है।”
अस्पताल ने आगे कहा, “रिक स्लेमन दुनियाभर में किडनी ट्रांसप्लांट की ज़रूरत रखने वाले मरीजों के लिए हमेशा आशा की किरण बनकर रहेंगे। हम उनके भरोसे और ज़ीनोट्रांसप्लांटेशन के क्षेत्र को आगे बढ़ाने की उनकी इच्छा के लिए उनका शुक्रिया अदा करते हैं।”