यह भी पढ़ें – रोज पैदल चलने से नहीं होंगे पांव कमजोर, जाने क्या है कारण। किड़नी हो सकती है फेल- हाल ही में हुए अध्ययन से पता चला है कि कोविड-19 से ठीक हो रहे लोगों में किडनी फेल होने की समस्याएं नजर आई है। विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना वायरस किडनी को भी नुकसान पहुंचा सकता है। आइये जानते हैं कि विशेषज्ञों ने इस शोध से क्या पता लगाया है।
यह भी पढ़ें – रक्तदान करने से पहले इन बातों का रखें ध्यान। इस प्रकार किया शोध- जनरल ऑफ द अमेरिकन सोसायटी ऑफ नेफ्रोलॉजी (जेएएएसएन) के अध्ययन के अनुसार कोविड-19 के शिकार हो चुके अधिकतर लोगों में किडनी डैमेज होने की समस्याएं आई है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो चुका है कि यह समस्या वायरल संक्रमण का प्रत्यक्ष परिणाम है या फिर संक्रमण के खिलाफ शरीर की प्रतिक्रिया के कारण हो रहा है। शोधकर्ताओं ने लैब में इंसान की किडनी की कोशिकाओं का गहन अध्ययन किया है।
यह भी पढ़ें – रोजाना बाल कम होने के यह हो सकते हैं कारण। कोशिकाओं में प्रवेश कर सकता है वायरस- प्रोफ़ेसर बेंजामिन डेकेल इजरायल की टीम ने प्रयोगशाला में किडनी की कोशिकाओं को SARS -COV-2 वायरस से संक्रमित कर अध्ययन किया।जिसमें पता चला कि कोरोना वायरस किडनी कोशिकाओं में प्रवेश कर उन्हें संक्रमित कर सकता है। साथ ही इन कोशिकाओं में वायरस अपनी संख्या को आसानी से बड़ा भी सकता है। हालांकि यह इस कारण से लोगों में मौत होने का खतरा नहीं के बराबर होता है।
यह भी पढ़ें – अलसी के बीजों में छुपा है सेहत का खजाना। किडनी पर ध्यान देना जरूरी- किडनी पर हुई शोध के बारे में डॉक्टर डेकेल के अनुसार कोरोना वायरस प्रत्यक्ष रूप से एक्यूट किडनी इंजरी का कारण नहीं बनता है। यदि किसी कारण से किडनी को पहले से क्षति पहुंची हो तो, ऐसी कोशिकाओं में वायरस तेजी से प्रवेश कर लोगों में गंभीर समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।उनके अनुसार कोरोना के रोगी यदि पहले से ही इस प्रकार की क्षति या किडनी रोगों को नियंत्रित करने का प्रयास करें। तो वायरस से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है। जिन लोगों को संक्रमण के बाद किडनी से जुड़ी समस्याएं हो रही है। उनमें निश्चित ही पहले से कोई किडनी से संबंधित दिक्कत रही होगी। इस अध्ययन के आधार पर कहा जा सकता है कि कोविड-19 से ठीक हो चुके लोगों को किडनी के स्वास्थ्य पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है।